ETV Bharat / state

चिंताजनक: रुड़की में 200 बच्चे कुपोषित, राष्ट्रीय पोषाहार योजना का उड़ा मजाक

सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. बावजूद इसके रुड़की और आसपास के क्षेत्र में कुपोषण बढ़ रहा है. रुड़की के बाल विकास विभाग कार्यालय में दर्ज 200 बच्चे कुपोषित हैं. इनमें अति कुपोषित श्रेणी में 120 बच्चे हैं.

roorkee latest news
roorkee latest news
author img

By

Published : Sep 25, 2021, 4:05 PM IST

रुड़की: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड की ओर से गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हों, लेकिन रुड़की में विभाग की लापरवाही और जागरूकता के अभाव में इन योजनाओं को पलीता लगता नजर आ रहा है. राज्य सरकार के करोड़ों की योजनाएं संचालित किए जाने के बावजूद शहर में 200 बच्चे कुपोषण का शिकार हैं. इनमें 120 बच्चे अति कुपोषित हैं.

बाल विकास विभाग के रुड़की कार्यालय के अधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि वर्तमान में कार्यालय के पास रुड़की और आसपास के क्षेत्र के 200 बच्चे ऐसे हैं, तो कुपोषण का शिकार हैं. इनमें 120 बच्चे अति कुपोषित हैं. अक्सर देखने में आता है कि अभिभावक बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान नहीं देते हैं. केवल दूध, दाल का पानी और चावल का पानी पिलाकर ही इतिश्री कर लेते हैं. इसके अलावा बच्चों के वजन और लंबाई पर ध्यान नहीं दिया जाता. इससे बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं.

रुड़की में 200 बच्चे कुपोषित.

पढ़ें- उपनल कर्मियों की हरक सिंह ने फिर उठाई आवाज, कैबिनेट बैठक में गहमागहमी

इस समय बाल विकास विभाग की ओर से राष्ट्रीय पोषाहार माह चलाया जा रहा है. इसमें विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं को अपने और बच्चों की तंदुरुस्ती बनाए रखने के लिए खानपान आदि की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही विभाग की गर्भवती महिलाओं को महालक्ष्मी किट भी दी जा रही है. इसके बावजूद गांव से लेकर शहर तक के बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं.

रुड़की: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड की ओर से गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हों, लेकिन रुड़की में विभाग की लापरवाही और जागरूकता के अभाव में इन योजनाओं को पलीता लगता नजर आ रहा है. राज्य सरकार के करोड़ों की योजनाएं संचालित किए जाने के बावजूद शहर में 200 बच्चे कुपोषण का शिकार हैं. इनमें 120 बच्चे अति कुपोषित हैं.

बाल विकास विभाग के रुड़की कार्यालय के अधिकारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि वर्तमान में कार्यालय के पास रुड़की और आसपास के क्षेत्र के 200 बच्चे ऐसे हैं, तो कुपोषण का शिकार हैं. इनमें 120 बच्चे अति कुपोषित हैं. अक्सर देखने में आता है कि अभिभावक बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान नहीं देते हैं. केवल दूध, दाल का पानी और चावल का पानी पिलाकर ही इतिश्री कर लेते हैं. इसके अलावा बच्चों के वजन और लंबाई पर ध्यान नहीं दिया जाता. इससे बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं.

रुड़की में 200 बच्चे कुपोषित.

पढ़ें- उपनल कर्मियों की हरक सिंह ने फिर उठाई आवाज, कैबिनेट बैठक में गहमागहमी

इस समय बाल विकास विभाग की ओर से राष्ट्रीय पोषाहार माह चलाया जा रहा है. इसमें विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं को अपने और बच्चों की तंदुरुस्ती बनाए रखने के लिए खानपान आदि की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही विभाग की गर्भवती महिलाओं को महालक्ष्मी किट भी दी जा रही है. इसके बावजूद गांव से लेकर शहर तक के बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.