देहरादून: वन आरक्षी परीक्षा को निरस्त करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे उत्तराखंड बेरोजगार संगठन से जुड़े युवाओं की सामूहिक आत्मदाह की धमकी के बाद मेयर सुनील उनियाल गामा ने युवाओं से बात की और समझाया. जिसके बाद बेरोजगार संगठन के युवाओं ने सामूहिक आत्मदाह के निर्णय को वापस ले लिया है. वनरक्षक भर्ती परीक्षा को निरस्त किए जाने और नई विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे उत्तराखंड बेरोजगार संगठन से जुड़े युवाओं ने सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी थी. जिसके बाद देहरादून मेयर ने प्रदर्शनकारियों से बात की और उन्हें मुख्यमंत्री से मिलवाने का आश्वासन दिया.
ये भी पढ़ें: गैरसैंण की वादियों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, होली से पहले पहाड़ों का 'सफेद' श्रृंगार
आमरण अनशन पर बैठे युवाओं का कहना है कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में 12 लोगों की गिरफ्तारी होने के बावजूद भर्ती परीक्षा रद्द नहीं की जा रही है. जब तक प्रदेश सरकार बेरोजगारों की मांग नहीं मानती है वो इसी तरह आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे.