ऋषिकेश: देशभर में लॉकडाउन 4.0 लागू है और बहुत सारे काम-धंधे अभी तक बंद हैं. इसबीच पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक में मंगलिया गांव बिनक के ग्रामीणों ने लॉकडाउन का सदुपयोग करते हुए 3 तीन किलोमीटर सड़क बनाने का फैसला किया है. गांव के युवा संगठन ने इसका जिम्मा उठाया और हल्के वाहन मार्ग का निर्माण शुरू कर दिया है. सड़क निर्माण में सिर्फ गांव के युवा ही नहीं, बल्कि बुजुर्ग और महिलाएं भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभा रही हैं.
दूरस्थ मंगलिया गांव बिनक को कांडी-लक्ष्मणझूला नेशनल हाईवे से जोड़ने वाली इस सड़क का फिलहाल 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है. बाकी 30 प्रतिशत काम अंतिम चरण में है. मंगलिया गांव बिनक के ग्रामीणों ने बताया कि उपचार के लिए गांव से मरीज को लाने और ले जाने में सड़क नहीं होने से दिक्कत होती है. कई दफा इलाज समय पर नहीं मिलने से गांव के कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस बाबत ग्रामीणों ने सरकार से भी गुहार लगाई गई, मगर सड़क नहीं बनी. लिहाजा, ग्रामीणों ने खुद ही हाथ में कुदाल, फावड़ा और गैंती लेकर हल्का वाहन मार्ग बनाना शुरू कर दिया.
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गृह जनपद पौड़ी जिले में आज भी कई गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. कई गांव के लोग सड़क, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के न मिल पाने की वजह से पलायन कर चुके है. यही कारण है अब अपनी सुविधाओं के लिए ग्रामीणों ने खुद ही श्रमदान कर अपने कार्य को करना शुरू कर दिया है. ग्रामीणों के इस जज्बे को ईटीवी भारत सलाम करता है.