मसूरी: कोरोना काल में मसूरी के पास कैंपटी क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं ने मिसाल पेश की है. यहां के युवा सब्जी उत्पादन के साथ-साथ बागवानी में कड़ी मेहनत कर रहे है. टिहरी जनपद के जौनपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत बेल के युवाओं ने लॉकडाउन में अगलाड़ नदी के किनारे 20 साल से बंजर खेतों में सब्जियों को उगाना शुरू किया है. जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है.
युवाओं ने बताया कि कोरोना के चलते उनका रोजगार और कारोबार सब ठप पड़ गया था. ऐसे में उन्होंने 8 साथियों ने मिलकर यह काम शुरू किया है. शुरुआती दिनों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन उनकी टीम सफलता की ओर बढ़ रही है. इस कार्य को करने में जलागम विकेंद्रीकृत विकास परियोजना फेज-2 का भी सपोर्ट मिला. जिसको लेकर वो इस काम को अंजाम तक पहुंचा सके.
क्षेत्रवासी भी इन युवाओं की सराहना कर इनसे सीख लेने की बात कर रहे हैं. युवाओं का कहना है कि अगर स्थानीय जनप्रतिनिधि व सरकार स्वरोजगार के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करें, तो पहाड़ में भी सोना भी उगाया जा सकता है. घर पर ही रह कर लाखों रुपए कमा सकते हैं. इससे गांव में पलायन तो रुकेगा ही लेकिन साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
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सरकार प्रवासियों को रोजगार देने में विफल- कांग्रेस
उत्तराखंड कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि सरकार प्रवासियों को रोजगार देने में विफल रही. आज कुछ नौजवानों ने हिम्मत जुटाकर बंजर खेती को हराभरा कर दिया. परंतु उनके उत्पादों को मार्केट ना मिलने के कारण वह परेशान हैं. उनकी हरी-भरी सब्जियां खराब होने की स्थिति में है. ऐसे में सरकार को इन नौजवानों को प्रोत्साहित करने के लिए उनको जल्द से जल्द मार्केट उपलब्ध कराया जाना चाहिए, जिससे कि नौजवानों को सहारा मिले और पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन पर रोक लग सके.
आप ने भी उठाए सवाल
आप नेता मुलायम सिंह रावत ने कहा है कि सरकार द्वारा कोरोना काल में मुख्यमंत्री स्वरोजगार रोजगार योजना के तहत बेरोजगारों को रोजगार देने की बात कही गई. उसके लिए सस्ता लोन उपलब्ध कराने को भी कहा गया लेकिन उस योजना का फायदा भारतीय जनता पार्टी के अपने लोगों ने उठाया, जबकि आम बेरोजगार को उसका फायदा नहीं मिल पाया.