हल्द्वानी: कोरोना के संक्रमण ने दुनिया भर में तबाही मचा रखी है. लोग इससे बचने के उपाय भारत में ही ढूंढ रहे हैं. भारत के खान-पान पर लगातार रिसर्च हो रही है. हमारे ऋषि मुनियों ने दुनिया को योग का जो अनुपम उपहार दिया वो भी इस समय खासा चर्चा में है. योग हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी मजबूत कर देता है कि फिर साधारण सर्दी-जुकाम और वायरस जनित बीमारियां आसानी से शरीर को अपना घर नहीं बना सकती हैं. आज हम आपको बताते हैं योग के कौन से आसन करके आप स्वयं को निरोगी रख सकते हैं. जैसा कि हम जानते हैं कि हमारे शरीर को ऊर्जा पेट के माध्यम से मिलती है और हम अपने पेट को ठीक रख पाए तो आधी जंग स्वत: जीती जा सकती है. योगाचार्य दीपक पांडे बता रहे हैं कैसे और किन-किन योग आसन से आप अपने शरीर को ऊर्जावान रख सकते हैं.
सूर्य नमस्कार योग का राजा
सूर्य नमस्कार को योग का राजा कहते हैं. सूर्य नमस्कार से शरीर के हर अंग की वर्जिश होती है. इसे नियमित किया जाए तो पाचन तंत्र बहुत मजबूत होता है जिससे डायबिटीज के मरीजों को खूब लाभ होता है. सूर्य नमस्कार पेट की चर्बी को भी घटा देता है जिससे रक्त संचार बढ़ जाता है. इस योग से शरीर लचीला होता है और रीढ़ की हड्डी मजबूत बन जाती है.
अनुलोम-विलोम बनाए फेफड़े मजबूत
अनुलोम-विलोम फेफड़ों को मजबूत बना देता है. इससे सर्दी, जुकाम और दमा में फायदा होता है. जिन्हें गठिया होता है उन्हें अनुलोम-विलोम से फायदा होता है. ये प्राणायाम पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है. शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है जिससे सारे अंग चुस्ती-फुर्ती से काम करते हैं.
कपालभाति करे नाड़ियों का शुद्धिकरण
कपालभाति से पाचन ठीक होता है और ये वजन कम करता है. इस योग को करने से नाड़ियों का शुद्धिकरण होता है जिससे मन शांत होता है. कपालभाति करने से पेट की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और डायबिटीज में फायदा होता है. ये योग ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता है जिससे चेहरा चमकदार बनता है. इस योग से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र में ताकत भर जाती है.
त्रिकोणासन लाए शरीर में संतुलन
त्रिकोणासन से गर्दन, पीठ, कमर और पैर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. इससे शरीर का संतुलन ठीक होता है. त्रिकोणासन रोजाना किया जाए तो पाचन प्रणाली ठीक होती है और एसिडिटी से छुटकारा मिलता है. इस योग आसन से पीठ और कमर दर्द गायब हो जाता है. और तो और चिंता और तनाव भी रफूचक्कर हो जाते हैं. पेट पर जमी अतिरिक्त चर्बी और मोटापा भी दूर होता है जिससे व्यक्ति चुस्ती-फुर्ती महसूस करता है.
नौकासन से दूर होगी हाथ-पैरों की झनझनाहट
नौकासन डायबिटीज के रोगियों के लिए वरदान के समान है. इसे कुछ दिन करने से ही हाथ-पैरों की झनझनाहट दूर होती है. नौकासन से पाचन शक्ति बहुत मजबूत होती है और मोटापा कम होता है. ये आसन इतना उपयोगी है कि इससे कब्ज, गैस और बदहजमी दूर होती है तथा किडनी अच्छे ढंग से काम करती हैं. रोजाना नौकासन करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली होती है.
धनुरासन से धनुष जैसा लचीला बने शरीर
हमारे ऋषि-मुनियों के दिए योग धनुरासन के अनेक फायदे हैं. इससे पाचन तंत्र मजबूत बनता है जिससे डायबिटीज में लाभ होता है. धनुरासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनती है. थाइरॉइड में धनुरासन बहुत फायदा करता है. इस योग से शरीर बहुत लचीला बनता है.
सर्वांगासन से स्वस्थ रहे शरीर
जैसा कि इस आसन के नाम से ही पता चल रहा है जिससे सारे अंगों की कसरत हो जाती है. ये आसन थाइरॉइड में विशेष लाभ देता है. इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतरीन हो जाता है जिस कारण थकान और दुर्बलता दूर होती है. सर्वांगासन से मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और बाल गिरने बंद हो जाते हैं. इसकी एक खूबी ये भी है कि इसे करने से चेहरे पर कील मुहांसे नहीं होते और झुर्रियां भी नहीं पड़ती.
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हमने आपको बताया कि जब कोरोना से पूरी दुनिया डरी हुई है तो आप कैसे योग करके स्वस्थ रह सकते हैं. लेकिन ये आसन करने से पहले आपको किसी योग विशेषज्ञ से जरूर परामर्श ले लेना चाहिए. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार, प्रशासन और डॉक्टर जो भी आदेश, निर्देश और सुझाव दे रहे हैं उनका पूरी तरह पालन करें. लॉक डाउन का बिल्कुल भी उल्लंघन न करें. इससे आप भी स्वस्थ रहेंगे आपके अपने भी बीमारी से दूर रहेंगे.