ऋषिकेश: योगी अमरनाथ के मार्गदर्शन में मुम्बई से आए साधकों और योगियों का दल परमार्थ निकेतन पहुंचा. जहां साधकों के दल ने स्वामी चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात कर भगवान बुद्ध की फोटो भेंट की. वहीं साधकों ने स्वामी से आध्यात्मिक जिज्ञासाओं का भी समाधान किया.
योगी अमरनाथ ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती को भगवान बुद्ध की फोटो भेंट की. उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध ने विश्व को शांति और प्रेम की शिक्षा दी है. वर्तमान समय में पूरा विश्व शान्ति की तलाश में है. लेकिन, शान्ति बाहर तलाश करने से प्राप्त नहीं हो सकती. शान्ति के लिए योग साधना की जरुरत होती है. मानव प्रकृति के सान्निध्य में रहने से शांति और सुखी जीवन जी सकता है. भारत सहित विश्व के अनेक देशों में बड़ी संख्या में लोगों के पास स्वच्छ जल, शुद्ध वायु, पर्याप्त भोजन और शिक्षा का अभाव है. जब तक ये जरुरतें पूरी नहीं होती शान्ति की कल्पना नहीं की जा सकती है.
ये भी पढ़े: श्रीनगर पहुंची जनसंवाद यात्रा, कर्णप्रयाग के रेलवे स्टेशनों को ग्रीन स्टेशन बनाने की मांग
वहीं स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि जल है तो जीवन है. जल मनुष्य की प्रमुख मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है. स्वच्छ जल के अभाव में जीवन तो क्या दुनिया की किसी भी सभ्यता की कल्पना तक नहीं की जा सकती. वर्तमान समय में वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को शुद्ध प्राणवायु आक्सीजन नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि साधना और योग की शक्ति तथा समर्पण जल संरक्षण और वृक्षारोपण करने से संभव है. तभी सर्वत्र शान्ति और आनन्द की कल्पना की जा सकती है.