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हरियाली तीज की तैयारी में जुटी महिलाएं, गुलजार हुए बाजार - उत्तराखंड

श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हर साल हरियाली तीज मनाई जाती है. इस साल भी आगामी 3 अगस्त को देशभर में महिलाएं हरियाली तीज का पर्व मनाएंगी. जिसको लेकर बाजारों में अभी से तीज की रौनक दिखने लगी है.

हरियाली तीज की तैयारी में जुटी महिलाएं
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Published : Jul 28, 2019, 6:22 PM IST

देहरादून: श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हर साल हरियाली तीज मनाई जाती है. इस साल भी आगामी 3 अगस्त को देशभर में महिलाएं हरियाली तीज का पर्व मनाएंगी. जिसको लेकर बाजारों में अभी से तीज की रौनक दिखने लगी है.

हरियाली तीज की तैयारी में जुटी महिलाएं

बता दें कि महिलाएं अभी से तरह-तरह की शृंगार सामग्रियों की खरीदारी के लिए बाजारों की ओर रुख कर रही हैं. इसी कारण राजधानी के तहसील मार्केट और पलटन बाजार के व्यापारियों के चेहरे इन दिनों खिले हुए हैं.

स्थानीय व्यापारी रुचि अरोड़ा का कहना है कि तीज का पर्व महिलाओं का विशेष पर्व होता है, जिसमें महिलाएं अपने शृंगार का सामान खरीदती हैं. विशेषकर इस पर्व के मौके पर लाल और हरी चूड़ियों की डिमांड काफी बढ़ जाती है. इसके साथ ही महिलाएं हाथों में मेंहदी लगा कर बड़े ही उत्साह के साथ इस पर्व को मानाती हैं.
तीज पर्व की क्या है मान्यता

इस दिन माता पार्वती ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव को पति के रूप में पाया था और यही कारण है कि अविवाहित लड़कियां मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए उपवास रखती है. वहीं विवाहित महिलाएं भी इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. विवाहित महिलाएं श्रृंगार करने के बाद पेड़, नदी और जल देवता वरुण की पूजा करती है. सभी विवाहित महिलायें इकट्ठा होकर माता पार्वती और भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना करती हैं.

देहरादून: श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हर साल हरियाली तीज मनाई जाती है. इस साल भी आगामी 3 अगस्त को देशभर में महिलाएं हरियाली तीज का पर्व मनाएंगी. जिसको लेकर बाजारों में अभी से तीज की रौनक दिखने लगी है.

हरियाली तीज की तैयारी में जुटी महिलाएं

बता दें कि महिलाएं अभी से तरह-तरह की शृंगार सामग्रियों की खरीदारी के लिए बाजारों की ओर रुख कर रही हैं. इसी कारण राजधानी के तहसील मार्केट और पलटन बाजार के व्यापारियों के चेहरे इन दिनों खिले हुए हैं.

स्थानीय व्यापारी रुचि अरोड़ा का कहना है कि तीज का पर्व महिलाओं का विशेष पर्व होता है, जिसमें महिलाएं अपने शृंगार का सामान खरीदती हैं. विशेषकर इस पर्व के मौके पर लाल और हरी चूड़ियों की डिमांड काफी बढ़ जाती है. इसके साथ ही महिलाएं हाथों में मेंहदी लगा कर बड़े ही उत्साह के साथ इस पर्व को मानाती हैं.
तीज पर्व की क्या है मान्यता

इस दिन माता पार्वती ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव को पति के रूप में पाया था और यही कारण है कि अविवाहित लड़कियां मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए उपवास रखती है. वहीं विवाहित महिलाएं भी इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. विवाहित महिलाएं श्रृंगार करने के बाद पेड़, नदी और जल देवता वरुण की पूजा करती है. सभी विवाहित महिलायें इकट्ठा होकर माता पार्वती और भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना करती हैं.

Intro:देहरादून- सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हर साल हरियाली तीज मनाई जाती है । इस साल आगामी 3 अगस्त के दिन देश भर में महिलाएं हरियाली तीज का पर्व मनाएंगी । ऐसे में बाज़ारों में अभी से तीज की रौनक दिखने लगी है । राजधानी देहरादून के बाज़ारों में भी तीज के पर्व की नज़दीकियों को देखते हुए तरह तरह की सृंखार सामग्रियों की खरीदारी के लिए महिलाएं बाज़ारों का रुख कर रही है । यही कारण है कि राजधानी के तहसील मार्केट और पलटन बाज़ार के व्यापारियों के चेहरे इन दिनों काफी खिले हुए हैं ।


Body:हरियाली तीज के पर्व को लेकर स्थानीय व्यापारी रुचि अरोड़ा बताती हैं कि तीज का पर्व महिलाओं का पर्व है । जिसमें महिलाएं सृंगार सामग्रियों की ख़रीदारियाँ करती है । विशेषकर इस पर्व के मौके पर लाल और हरी चूड़ियों की डिमांड काफी बढ़ जाती है । इसके साथ ही इस पर्व में हाथों में मेहंदी भी लगाई जाती है ।


Conclusion:गौरतलब है कि तीज के पर्व को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती ने कठोर तपस्या कर भगवान शिव को पति के रूप में पाया था। यही कारण है कि इस दिन अविवाहित लड़कियां मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए उपवास रखती है । वहीं विवाहित महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती हैं । इस दिन श्रृंगार करने के बाद पेड़ नदी और जल के देवता वरुण की पूजा की जाती है।
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