मसूरीः इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (Indo-Tibetan Border Police) यानी आईटीबीपी में पहली बार महिला अफसरों की भर्ती की गई है. मसूरी में हुई रविवार को ITBP पासिंग आउट परेड के बाद पहले बैच में दो महिला अफसरों ने आईटीबीपी ज्वॉइन की है. आईटीबीपी एकेडमी में इन दोनों महिला अफसरों को असिस्टेंट कमांडेंट की रैंक प्रदान की गई.
मसूरी स्थित आईटीबीपी एकेडमी में पिपिंग-सेरेमनी में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि रहे. सीएम धामी ने आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल के साथ सभी नई अधिकारियों के कंधे पर रैंक और बैज लगाकर ITBP में विधिवत रूप से शामिल किया.
बता दें कि इससे पहले आईटीबीपी में महिलाओं की सिर्फ जवान के पद पर भर्ती होती थी, लेकिन साल 2016 में आईटीबीपी ने यूपीएससी (CAPF) की परीक्षा के जरिए भर्ती होने वाले असिस्टेंट कमांडेंट पद के लिए महिलाओं को भी इजाजत दी. इसी के मद्देनजर बिहार की प्रकृति और यूपी की दीक्षा ने आईटीबीपी को ज्वॉइन किया.
प्रकृति और दीक्षा ने करीब 52 हफ्तों के कॉम्बैट कोर्स की ट्रेनिंग के बाद रविवार को महिला असिस्टेंट कमांडेंट्स के तौर पर 51 अन्य साथियों के साथ आईटीबीपी को ज्वॉइन किया. ये सभी महिला और पुरूष असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर अपनी सेवाएं आईटीबीपी में देंगे.
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UPSC चयन प्रक्रिया से आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट बनी दीक्षा मूल रूप से इटावा, यूपी की रहनी वाली हैं. उनके पिता भी आईटीबीपी इंस्पेक्टर हैं. दीक्षा ने कहा कि आईटीबीपी में एक अधिकारी के रुप में शामिल होने पर आज उनका सपना पूरा हुआ है. उनको हमेशा से उनके पिता से प्रेरणा एवं प्रोत्साहन मिला है. उनके पिता उनके आदर्श हैं, उनके मार्गदर्शन में ही आज ये मुकाम हासिल किया है.
वहीं दूसरी महिला अधिकारी प्रकृति मूल रूप से बिहार की रहने वाली हैं. प्रकृति ने बताया कि आईटीबीपी में अधिकारी बनने के बाद उनको जो भी दायित्व दिया जाएगा उनका निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करेंगी, साथ ही देश सेवा के लिए अपना सर्वोच्च योगदान देंगी.