देहरादून: पथरिया पीर इलाके में 6 लोगों की मौत के बाद आम आदमी गुस्से में दिखाई दे रहा है. इसी के साथ कई परिवार अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित है, क्योंकि इस इलाके में युवा से लेकर बुर्जुग तक शराब के आदी है. वहीं, मुख्य आरोपी समेत इस घटना से जुड़े हुए अन्य लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जिस वजह से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तार किया है.
राजधानी के पथरिया पीर इलाके में बीते दो दिनों में जहरीली शराब के कारण 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोगों अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है. शुक्रवार से किसी भी घर में चूल्ला नहीं जला है. महिलाओं का गुस्सा इस बात को लेकर ज्यादा है कि उन्हें कई बार शराब माफिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कभी भी इस ध्यान नहीं दिया. बल्कि इस गोरखधंधे को फलने-फूलने दिया. यदि पुलिस समय रहते शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज उन्हें ये दिन नहीं देखना पड़ता.
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स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि यहां की स्थिति बहुत गंभीर है. घर-घर में बहुत बुरा हाल है. जहरीली शराब की वजह से किसी के पति तो किसी के बेटे की मौत हो गई है. इसलिए ये शराब यहां बंद होनी चाहिए. छोटे-छोटे बच्चे, पढ़ने लिखने की उम्र में शराब पी रहे हैं. ऐसे में इनका भविष्य खतरे में है.
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महिलाओं को कहना है कि इस तरह के घटना के बाद कुछ दिनों के लिए तो शराब की बिक्री बंद हो जाएगी, लेकिन मामला शांत होते ही शराब माफिया फिर सक्रिय हो जाएंगे और पहले की तरह फिर से ये शराब घर-घर परोसी जाएगी. इस धंधे में माफिया को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है. महिला की मांग है कि लिहाजा पथरिया पीर क्षेत्र में शराब पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए.