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शराब कांड: पथरिया पीर की महिलाओं का दर्द, सता रहा है भविष्य का खतरा - जहरीली शराब से मौत

स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि यहां की स्थिति बहुत गंभीर है. घर-घर में बहुत बुरा हाल है. जहरीली शराब की वजह से किसी के पति तो किसी के बेटे की मौत हो गई है.

शराब कांड
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Published : Sep 21, 2019, 9:24 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 11:18 PM IST

देहरादून: पथरिया पीर इलाके में 6 लोगों की मौत के बाद आम आदमी गुस्से में दिखाई दे रहा है. इसी के साथ कई परिवार अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित है, क्योंकि इस इलाके में युवा से लेकर बुर्जुग तक शराब के आदी है. वहीं, मुख्य आरोपी समेत इस घटना से जुड़े हुए अन्य लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जिस वजह से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तार किया है.

राजधानी के पथरिया पीर इलाके में बीते दो दिनों में जहरीली शराब के कारण 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोगों अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है. शुक्रवार से किसी भी घर में चूल्ला नहीं जला है. महिलाओं का गुस्सा इस बात को लेकर ज्यादा है कि उन्हें कई बार शराब माफिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कभी भी इस ध्यान नहीं दिया. बल्कि इस गोरखधंधे को फलने-फूलने दिया. यदि पुलिस समय रहते शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज उन्हें ये दिन नहीं देखना पड़ता.

पथरिया पीर की महिलाओं का दर्द

पढ़ें- शराब कांड: दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना, दे रहा यह तर्क

स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि यहां की स्थिति बहुत गंभीर है. घर-घर में बहुत बुरा हाल है. जहरीली शराब की वजह से किसी के पति तो किसी के बेटे की मौत हो गई है. इसलिए ये शराब यहां बंद होनी चाहिए. छोटे-छोटे बच्चे, पढ़ने लिखने की उम्र में शराब पी रहे हैं. ऐसे में इनका भविष्य खतरे में है.

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पथरिया पीर इलाके में पसरा मातम, मृतकों के परिवार को 10 लाख मुआवजे की मांग

महिलाओं को कहना है कि इस तरह के घटना के बाद कुछ दिनों के लिए तो शराब की बिक्री बंद हो जाएगी, लेकिन मामला शांत होते ही शराब माफिया फिर सक्रिय हो जाएंगे और पहले की तरह फिर से ये शराब घर-घर परोसी जाएगी. इस धंधे में माफिया को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है. महिला की मांग है कि लिहाजा पथरिया पीर क्षेत्र में शराब पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए.

देहरादून: पथरिया पीर इलाके में 6 लोगों की मौत के बाद आम आदमी गुस्से में दिखाई दे रहा है. इसी के साथ कई परिवार अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित है, क्योंकि इस इलाके में युवा से लेकर बुर्जुग तक शराब के आदी है. वहीं, मुख्य आरोपी समेत इस घटना से जुड़े हुए अन्य लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जिस वजह से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तार किया है.

राजधानी के पथरिया पीर इलाके में बीते दो दिनों में जहरीली शराब के कारण 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई लोगों अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है. शुक्रवार से किसी भी घर में चूल्ला नहीं जला है. महिलाओं का गुस्सा इस बात को लेकर ज्यादा है कि उन्हें कई बार शराब माफिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कभी भी इस ध्यान नहीं दिया. बल्कि इस गोरखधंधे को फलने-फूलने दिया. यदि पुलिस समय रहते शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करती तो आज उन्हें ये दिन नहीं देखना पड़ता.

पथरिया पीर की महिलाओं का दर्द

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स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि यहां की स्थिति बहुत गंभीर है. घर-घर में बहुत बुरा हाल है. जहरीली शराब की वजह से किसी के पति तो किसी के बेटे की मौत हो गई है. इसलिए ये शराब यहां बंद होनी चाहिए. छोटे-छोटे बच्चे, पढ़ने लिखने की उम्र में शराब पी रहे हैं. ऐसे में इनका भविष्य खतरे में है.

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पथरिया पीर इलाके में पसरा मातम, मृतकों के परिवार को 10 लाख मुआवजे की मांग

महिलाओं को कहना है कि इस तरह के घटना के बाद कुछ दिनों के लिए तो शराब की बिक्री बंद हो जाएगी, लेकिन मामला शांत होते ही शराब माफिया फिर सक्रिय हो जाएंगे और पहले की तरह फिर से ये शराब घर-घर परोसी जाएगी. इस धंधे में माफिया को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है. महिला की मांग है कि लिहाजा पथरिया पीर क्षेत्र में शराब पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए.

Intro:राजधानी देहरादून के नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर में हुए शराब खंड से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। इस क्षेत्र में बीते 48 घंटो में अभी तक अधिकारिक पुष्टि के अनुसार अभीतक 6 लोगो की मौत हो गयी है और 3 लोगो की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। तो वही अब शराब कांड में मरने वाले लोगों के परिवारों और क्षेत्र की महिलाओं को भविष्य का खतरा सताने लगा है। क्योंकि उनका मानना है कि उस पूरे क्षेत्र में नाबालिग बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग तक शराब के गिरफ्त में आकर अपनी जान गवा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण शराब माफियाओं का घर-घर में शराब पहुंचाना माना जा रहा है। तो वही प्रशासन की लापरवाही बताते हुए लोगो मे काफी आक्रोश नज़र आ रहा है। 


Body:स्थानीय महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि यहां की स्थिति बहुत गंभीर है हर घर घर में बहुत बुरा हाल है। इस शराब की वजह से किसी का पति तो किसी के बेटे की मौत हो गई है। इसलिए ये शराब यहाँ बंद होनी चाहिए। छोटे-छोटे बच्चे, पढ़ने लिखने की उम्र में शराब पी रहे हैं, ऐसे में इनका भविष्य खतरे में है साथ ही इस क्षेत्र में शराब घर-घर में बेची जा रही है। साथ ही बताया कि अभी तक शराब से कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। और उनके पिता और भाई की मौत भी इसी शराब को पीने से हुआ था। साथ ही बताया कि क्षेत्र में कोई घटना घटने के बाद कुछ दिनों के लिए शराब बिक्री बंद कर दी जाती है लेकिन फिर से शराब बिक्री शुरू हो जाती है और इस धंधे में माफियाओं को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है।


वही स्थानीय महिलाओं ने बताया कि वह लोग क्षेत्र में बिक रहे सर आप से बहुत परेशान हैं क्योंकि इस शराब में आधे से ज्यादा परिवार को लील हुई है। लिहाजा पथरिया पीठ क्षेत्र में शराब पूर्ण रूप से बंद होना चाहिए, क्योंकि छोटे छोटे से बच्चे हैं जिनके नाल नहीं सूखे, जिनकी उम्र जीने की थी वह कब्र में लटक गए। साथ ही बताया कि चुनाव के समय मे यहां के नेता और प्रधान खुद शराब बांटते हैं और विधायक घर-घर शराब की पेटी भेजवाते होते हैं। साथ ही बताया कि यह कि महिलाएं बहुत परेसान है क्योंकि जो कमाते है सारी तनख्वाह शराब में बहाली जाती है। और शराब पीने की वजह से कई लोग बीमार पड़ चुके है तो वही उनके पति को भी शराब की वजह से हार्ट की बीमारी हो गयी है। 


वही स्थानीय महिला ने बताया कि इस क्षेत्र में शराब का कारोबार पिछले कई सालों से हो रहा है। जिसकी कई बार पुलिस को सूचना दी जा चुकी है। लेकिन शराब माफिया इतने सक्षम है कि जब पुलिस यहाँ छाप मारने आती है तो उससे पहले ही शराब गायब कर दी जाती है। और इस क्षेत्र के छोटे-छोटे इस शराब की वजह से दुनिया छोड़ कर चले गये है। साथ ही महिला ने राज्य सरकार से मांग किया कि मृतकों के परिजनों को काम से कम 10 लाख रुपये का मुआबजा दे, क्योकि बहुत उम्र की लड़कियां विधवा हो गयी हैं और उनके छोटे छोटे बच्चे है।

बाइट - स्थानीय महिला




Conclusion:
Last Updated : Sep 21, 2019, 11:18 PM IST
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