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पुलिस की नौकरी का तनाव ब्रश और रंगों से दूर करती हैं सुनीता, यूं तराशती हैं अपना टैलेंट

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Published : Jan 11, 2020, 8:15 AM IST

Updated : Jan 11, 2020, 8:33 AM IST

सुनीता नेगी उत्तराखंड पुलिस विभाग के ट्रैफिक निदेशालय में तैनात हैं. अपने प्रोफेशन के दौरान आने वाले तनाव को कम करने के लिए सुनीता अपने बचपन के शौक पेंसिंल आर्ट बनाती हैं.

policeman sunita negi
महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी

देहरादूनः आधुनिकता की दौड़भाग वाली दिनचर्या में मनुष्य के जीवन में कई तरह की टेंशन हावी हो जाती है, जो नौकरी के साथ व्यक्तिगत जीवन को भी प्रभावित करती है. ये टेंशन तब और ज्यादा बढ़ जाती है, जब जनता की सुरक्षा के लिए लगातार ड्यूटी देनी पड़ती है, लेकिन ड्यूटी के दौरान आने वाले तनाव को कैसे दूर रखा जाता है, ये उत्तराखंड पुलिस में तैनात महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी को बखूबी आता है, जो बचपन के शौक को निखारकर अपने टेंशन को दूर करती हैं.

तनाव से मुक्ति के लिए सुनीता का 'पेंटिंग फार्मूला'

यह भी पढ़ें: ...हाथों की लकीरों पर मत कर यकीन, तकदीर उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते

दरअसल, सुनीता नेगी उत्तराखंड पुलिस विभाग के ट्रैफिक निदेशालय में तैनात हैं. अपने प्रोफेशन के दौरान आने वाले तनाव को कम करने के लिए सुनीता पेंटिंग करती हैं. पेंटिंग उनके बचपन का शौक था. इसी शौक के जरिए सुनीता अपने घर पर ही देश-विदेश के नामचीन लोगों की तस्वीरें बनाती हैं, साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ी तस्वीरों को पेंसिल और वाटर पेंटिंग के जरिए बखूबी उकेर रही हैं.

policeman sunita negi
महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी की पेंटिंग में बियर ग्रिल्स और पीएम मोदी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पुलिसकर्मी सुनीता नेगी ने बताया कि बीते 23 साल से वो उत्तराखंड पुलिस में अपनी सेवाएं दे रही हैं. मौजूदा समय में कई तरह की घटनाएं और हादसे समेत घंटों की ड्यूटी एक पुलिसकर्मी को काफी तनाव में डालती है. ऐसे में तनाव को कम करने के लिए कुछ तो ऐसा करना होगा, जिससे अपने प्रोफेशन और व्यक्तिगत जीवन में बैलेंस बना रहे. इसी सोच को लेकर उन्होंने अपने बचपन के शौक पेंसिल आर्ट को टैलेंट के रूप में निखारने की सोची.

policeman sunita negi
सुनीता नेगी की पेंटिंग में पहाड़ की महिला.

ये भी पढ़ेंः विधाता का नहीं कोई सानी, मिक्कू-बन्नी और स्कैली की प्रतिभा सभी ने मानी

सुनीता अपने ड्यूटी से आने के बाद अपने परिवार की जिम्मेदारी भी निभाती हैं. साथ ही अपने लिए भी समय निकालती है और उस दौरान वो अपने संस्कृति और मनपसंद विषयों से जुड़े पेंटिंग बनाती हैं. साथ ही प्रेरणादायक खास शख्सियतों की तस्वीरों को अपने कलम से बखूबी बना लेती हैं. सुनीता बताती हैं कि शौक पूरा होने पर उसे काफी आत्मसंतुष्टि मिलती है. जिससे उसके जीवन में आने वाला तनाव भी दूर होता है.

policeman sunita negi
सुनीता नेगी के द्वारा बनाई गई पेंटिंग में शंख बजाता साधु.

इतना ही नहीं किसी भी तरह की पेंटिंग बनाने के लिए सुनीता पैसों की डिमांड नहीं करतीं. सुनीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केदारनाथ धाम, लता मंगेशकर, उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत से जुड़े पेंटिग आदि पेंसिल कलर के जरिए बनाई है. इसके अलावा सैकड़ों तस्वीरों को सुनीता अपने पेंसिल आर्ट से सजा चुकी हैं.

policeman sunita negi
सुनीता नेगी की एक खूबसूरत पेंटिंग.

ये भी पढ़ेंः धनौल्टी में भारी बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटक, सोशल मीडिया पर सरकार और प्रशासन से मांगी मदद

सुनीता का कहना है कि पुलिस की नौकरी में महिला हो या पुरुष दोनों को ही अलग-अलग तरह की समस्याओं और तनावपूर्ण स्थिति से गुजरना पड़ता है. ऐसे में अपनी प्रोफेशनल जीवन का व्यक्तिगत जिंदगी में कोई प्रभाव ना पड़े, इसके लिए हमें कोई भी ऐसा मनपसंद काम करना चाहिए, जिससे मन को शांति मिलने के साथ आत्मसंतुष्टि मिले. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम के बोझ के साथ एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में तनाव को सामान्य करना जरूरी है.

देहरादूनः आधुनिकता की दौड़भाग वाली दिनचर्या में मनुष्य के जीवन में कई तरह की टेंशन हावी हो जाती है, जो नौकरी के साथ व्यक्तिगत जीवन को भी प्रभावित करती है. ये टेंशन तब और ज्यादा बढ़ जाती है, जब जनता की सुरक्षा के लिए लगातार ड्यूटी देनी पड़ती है, लेकिन ड्यूटी के दौरान आने वाले तनाव को कैसे दूर रखा जाता है, ये उत्तराखंड पुलिस में तैनात महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी को बखूबी आता है, जो बचपन के शौक को निखारकर अपने टेंशन को दूर करती हैं.

तनाव से मुक्ति के लिए सुनीता का 'पेंटिंग फार्मूला'

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दरअसल, सुनीता नेगी उत्तराखंड पुलिस विभाग के ट्रैफिक निदेशालय में तैनात हैं. अपने प्रोफेशन के दौरान आने वाले तनाव को कम करने के लिए सुनीता पेंटिंग करती हैं. पेंटिंग उनके बचपन का शौक था. इसी शौक के जरिए सुनीता अपने घर पर ही देश-विदेश के नामचीन लोगों की तस्वीरें बनाती हैं, साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़ी तस्वीरों को पेंसिल और वाटर पेंटिंग के जरिए बखूबी उकेर रही हैं.

policeman sunita negi
महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी की पेंटिंग में बियर ग्रिल्स और पीएम मोदी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पुलिसकर्मी सुनीता नेगी ने बताया कि बीते 23 साल से वो उत्तराखंड पुलिस में अपनी सेवाएं दे रही हैं. मौजूदा समय में कई तरह की घटनाएं और हादसे समेत घंटों की ड्यूटी एक पुलिसकर्मी को काफी तनाव में डालती है. ऐसे में तनाव को कम करने के लिए कुछ तो ऐसा करना होगा, जिससे अपने प्रोफेशन और व्यक्तिगत जीवन में बैलेंस बना रहे. इसी सोच को लेकर उन्होंने अपने बचपन के शौक पेंसिल आर्ट को टैलेंट के रूप में निखारने की सोची.

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सुनीता नेगी की पेंटिंग में पहाड़ की महिला.

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सुनीता अपने ड्यूटी से आने के बाद अपने परिवार की जिम्मेदारी भी निभाती हैं. साथ ही अपने लिए भी समय निकालती है और उस दौरान वो अपने संस्कृति और मनपसंद विषयों से जुड़े पेंटिंग बनाती हैं. साथ ही प्रेरणादायक खास शख्सियतों की तस्वीरों को अपने कलम से बखूबी बना लेती हैं. सुनीता बताती हैं कि शौक पूरा होने पर उसे काफी आत्मसंतुष्टि मिलती है. जिससे उसके जीवन में आने वाला तनाव भी दूर होता है.

policeman sunita negi
सुनीता नेगी के द्वारा बनाई गई पेंटिंग में शंख बजाता साधु.

इतना ही नहीं किसी भी तरह की पेंटिंग बनाने के लिए सुनीता पैसों की डिमांड नहीं करतीं. सुनीता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केदारनाथ धाम, लता मंगेशकर, उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत से जुड़े पेंटिग आदि पेंसिल कलर के जरिए बनाई है. इसके अलावा सैकड़ों तस्वीरों को सुनीता अपने पेंसिल आर्ट से सजा चुकी हैं.

policeman sunita negi
सुनीता नेगी की एक खूबसूरत पेंटिंग.

ये भी पढ़ेंः धनौल्टी में भारी बर्फबारी के बीच फंसे पर्यटक, सोशल मीडिया पर सरकार और प्रशासन से मांगी मदद

सुनीता का कहना है कि पुलिस की नौकरी में महिला हो या पुरुष दोनों को ही अलग-अलग तरह की समस्याओं और तनावपूर्ण स्थिति से गुजरना पड़ता है. ऐसे में अपनी प्रोफेशनल जीवन का व्यक्तिगत जिंदगी में कोई प्रभाव ना पड़े, इसके लिए हमें कोई भी ऐसा मनपसंद काम करना चाहिए, जिससे मन को शांति मिलने के साथ आत्मसंतुष्टि मिले. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम के बोझ के साथ एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में तनाव को सामान्य करना जरूरी है.

Intro:pls नोट डेस्क महोदय, इस spl स्टोरी के सभी विसुअल और one to one लाइव U 08 से भेजे गए हैं। फोल्डर -" galee talent"

summary-पुलिस की नौकरी में तनाव को कम करने के लिए सुनीता ने अपने शौक को टेलेंट में तराश सामान्य किया अपना जीवन....


जनता जनार्दन के जानमाल की सुरक्षा के लिए 24 घंटे.. पुलिस की नौकरी में कितने प्रकार के तनाव उसके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करती हैं। यह तो कोई वर्दीधारी पुलिसकर्मी ही जानता है, लेकिन पुलिसिंग के दौरान आने वाले तनाव को अपने व्यक्तिगत जीवन से कैसे दूर रखे... इसका उदाहरण उत्तराखंड पुलिस विभाग में तैनात महिला कर्मी सुनीता नेगी ने बख़ूबी अपने बचपन के शौक को टैलेंट में निखार कर सबके सामने आज रख दिया हैं। जी हां सुनीता नेगी उत्तराखंड पुलिस विभाग के ट्रैफिक निदेशालय में तैनात हैं। अपने प्रोफेशन के दौरान आने वाले तनाव को कम करने के लिए सुनीता ने अपने बचपन के शौक आर्ट बनाने की कला को निखारने के लिए चुना। आज सुनीता नेगी दैनिक जीवन से कुछ समय निकालकर अपने ही घर पर देश विदेश के नाम चिन्ह लोगों की तस्वीरें बनाने के साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े पेंसिल और वाटर पेटिंग आर्ट के ज़रिए अपना टैलेंट बखूबी तलाश रही है।

ईटीवी भारत के स्पेशल गली टैलेंट शो में हमने उत्तराखंड पुलिस में तैनात सुनीता नेगी से जाना कि, कैसे वह अपनी 24 घंटे वाली नौकरी में मिलने वाले तनाव को कम करने के लिए अपने बचपन के शौक पेंसिल आर्ट को आज एक बड़े टैलेंट में सबके सामने ला चुकी है।


Body:अपने मनपसंद तस्वीरों को बनाकर मिलती आत्म संतुष्टि: सुनीता

ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए महिला पुलिसकर्मी सुनीता नेगी ने बताया कि पिछले 23 साल से वह उत्तराखंड पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रही हैं,इस दौरान कई तरह की घटनाएं व हादसों के साथ-साथ एक वर्दीधारी पुलिस को 24 घंटे की ड्यूटी व अन्य मामलों में मिलने वाले तनाव को कम करने के लिए कुछ तो ऐसा करना होगा जिससे वह अपने प्रोफेशन और व्यक्ति जीवन में बेलेंस बना रहे, बस इसी सोच को लेकर उन्होंने अपने बचपन के शौक पेंसिल आर्ट को टैलेंट के रूप में निखारने की सोची। आज सुनीता ड्यूटी से आने के बाद अपने परिवार की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद किसी भी समय का वक्त अपने लिए निकालती है और उस दौरान वह अपने संस्कृति से जुड़े मनपसंद विषयों से जुड़े पेंटिंग के साथ ही देश विदेश की प्रेरणादायक खास शख्सियतों की तस्वीरों को अपने कलम से बखूबी बना लेती हैं। सुनीता बताती है कि वह अपने शौक को जब पूरा कर लेती है तो उसे काफी आत्म संतुष्टि मिलती है, जिससे उसके जीवन में आने वाला तनाव भी दूर होता है। किसी भी तरह की पेंटिंग बनाने के लिए सुनीता पैसों की डिमांड नहीं करती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम लगाओ के चलते सुनीता ने उनकी पेंटिंग केदारनाथ धाम से जोड़कर बनाई है, बॉलीवुड सुर संगम की मल्लिका लता मंगेशकर के पिछले दिनों अस्वस्थ होने के बाद सुनीता ने उनके खैरियत की प्रार्थना कर पेंसिल कलर से सुंदर फोटो बना डाली। ऐसे ना जाने सैकड़ों तस्वीरों को अपने पेंसिल आर्ट से सजा चुकी है सुनीता।

विसुअल- आर्ट बनाते हुए और तैयार हुई तस्वीरें





Conclusion:महिला पुलिसकर्मी सुनीता ईटीवी भारत के गली टेलेंट कार्यक्रम में विशेष बातचीत करते हुए बताया कि पुलिस नौकरी के दौरान चाहे वह महिला हो या पुरुष दोनों को ही अलग अलग तरह की समस्याओं और तनावपूर्ण स्थिति से गुजरना पड़ता है, ऐसे में अपनी प्रोफेशनल जीवन का व्यक्तिगत जिंदगी में कोई प्रभाव ना हो, इसके लिए हमें कोई भी ऐसा कार्य से अपना मनपसंद का करना चाहिए.. जिससे मन और आत्म संतुष्टि मिले...आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम के बोझ के साथ एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में तनाव को सामान्य करना जरूरी हैं।


one to one सुनीता नेगी उत्तराखंड पुलिस महिला कर्मी
Last Updated : Jan 11, 2020, 8:33 AM IST
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