देहरादून: पुलिस हमेशा आपकी सुरक्षा में तत्पर रहती है, जिससे आपको समय रहते मदद मिल सकें. आधुनिक दौर में मुसीबत के वक्त आप 100 नंबर 112 नंबर डायल करके पुलिस की मदद मांगते हैं, दूसरी तरफ से जो आपकी आवाज सुन रहा होता है वह शख्स तत्काल प्रभाव से आपकी मदद के लिए हाथ बढ़ाता है. साथ ही चंद मिनटों में आपके पास मदद पहुंच जाती है. रात हो या दिन ये हमेशा तत्पर्ता से कार्य करते हैं, लेकिन इस कार्य के लिए चुनौतियां भी कम नहीं है.
ईटीवी भारत आज आपको उत्तराखंड पुलिस की महिला सिपाहियों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जो एक कॉल पर हमेशा आपकी मदद के लिए 24 घंटे तैयार रहती हैं. ऐसे में यह जानना भी बेहद जरूरी हो जाता है कि ये महिला सिपाही कैसे अपनी ड्यूटी और परिवार में समन्वय बनाती हैं.
जी हां जब आप किसी मुसीबत या आपातकाल स्थिति में होते हैं तो आपके दिमाग में सबसे पहले ये बात आती है कि पुलिस हेल्पलाइन नंबर डायल कर मदद मांगी जाए. उत्तराखंड पुलिस हेल्पलाइन 112 डायल नंबर पर जब आप अपनी समस्याएं शिकायतें या मदद के लिए फोन करते हैं तो उस आपातकाल समय में आपकी बातों को धैर्यपूर्ण तरीके से सुनकर उसको तत्काल प्रभाव में लाकर समस्या का निदान करने का प्रयास किया जाता है. वो कुछ ऐसी महिला पुलिसकर्मी होती हैं जो अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़े तमाम जिम्मेदारियों के साथ- साथ आपके मदद के लिए तत्पर रहती हैं.
24 घंटे जनता की समस्या का समाधान निकालने वाली महिला पुलिसकर्मीयों का यह कार्य काफी चुनौतीपूर्ण होता है, जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. आपातकाल समय में आमजन की शिकायत को समझने में ये महिला पुलिसकर्मी विवेक का परिचय देकर कंट्रोल रूम में तैनात रहने वाली महिलाएं अपने काम को अंजाम देती हैं.
कई बार ऐसा देखा गया कि शिकायत दर्ज करवाने के बहाने महिलाओं को कई बार परेशान करते हैं, लेकिन महिला पुलिसकर्मी इन फर्जी कॉल को नजरअंदाज करके वास्तविक हेल्प कॉल का विश्लेषण कर उसकी सहायता करती हैं.