देहरादून: सल्ट विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान होना है. इससे पहले सभी राजनीति दलों ने जमकर प्रचार किया. सभी दलों ने उपचुनाव में जीत की जंप लगाने के लिए जनता से तमाम तरह के वादे किये. उपचुनाव में अलग-अलग मुद्दों को उठाकर जनता से जुड़ने की कोशिश की गई. सत्ताधारी बीजेपी ने जहां जनता से सहानुभूति और मोदी नाम के नाम पर वोट करने की अपील की, वहीं, कांग्रेस ने भी अलग-अलग मुद्दों पर बीजेपी को घेरते हुए जनता से कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील की.
मोदी और सहानुभूति के सहारे BJP
सल्ट विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए मैदान सज चुका है. अब चुनावी जंग के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने हैं. बीजेपी ने महेश जीना को चुनाव में टिकट देकर ही साफ किया है कि पूर्व विधायक स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के निधन को लेकर सहानुभूति बटोरी जाएगी. यही नहीं मोदी के चेहरे को भी चुनावी जीत के लिए पार्टी ने इस्तेमाल किया.
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कांग्रेस ने मूल मुद्दों को उठाया
वहीं, कांग्रेस ने सल्ट उपचुनाव में 2017 की प्रत्याशी रह चुकीं गंगा पंचोली को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. देखा जाए तो कांग्रेस के पास इस विधानसभा सीट में कहने के लिए बहुत कुछ नहीं है. पार्टी ने स्थानीय मुद्दों को ही चुनाव में उठाया. कांग्रेस की तरफ से मूलभूत सुविधाओं जिसमें स्वास्थ्य, पेयजल और दूसरी तमाम जरूरी आधारभूत सुविधाओं की बात रखी गई. साथ ही प्रदेश में 4 साल के भाजपा के कार्यकाल की विफलताओं को भी कांग्रेस ने जमकर भुनाने की कोशिश की है.
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17 अप्रैल को होना है उपचुनाव
सल्ट विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव होना है. इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहूलियत के लिए वोटिंग करने का समय भी एक घंटा बढ़ा दिया है. उपचुनाव के लिए सुबह 8 बजे के स्थान पर सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो शाम 5 बजे तक चलेगी. मतदान के दौरान कोरोनागाइड लाइन का भी खास ध्यान रखा जाएगा.
बूथों की संख्या बढ़ाई
2017 के विधानसभा चुनाव में बूथों की संख्या 136 थी, जिसे बढ़ाकर 151 किया गया है. बूथों की संख्या बढ़ने से सामाजिक दूरी का पालन कराने में आसानी होगी. सल्ट विधानसभा क्षेत्र के मतदाता ग्लव्स पहनकर वोटिंग करेंगे. पहली बार ऐसा होगा कि चुनाव में मतदाताओं को वोटिंग और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से पहले हाथों में दस्ताने पहनने होंगे.