देहरादून: सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए उत्तराखंड की राजनीति गर्म होने लगी है. इस बीच सवाल यह खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार सत्ताधारी बीजेपी के पास सहानुभूति और मोदी नाम के अलावा चुनाव में कौन से मुद्दे होंगे? वहीं, कांग्रेस किन मुद्दों पर खुद को जनता के सामने ले जाएगी.
सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए मैदान सज चुका है. अब चुनावी जंग के लिए कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने हैं. बीजेपी और कांग्रेस फिलहाल जनता के सामने जिताऊ मुद्दों को लेकर जाने की तैयारी कर रही है. बीजेपी की तरफ से महेश जीना और कांग्रेस की तरफ से गंगा पंचोली चुनावी मैदान में हैं.
बीजेपी ने महेश जीना को चुनाव में टिकट देकर ही साफ कर दिया है कि पूर्व विधायक स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के निधन को लेकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश पार्टी करेगी. यही नहीं मोदी चेहरे को भी चुनावी जीत के रूप में पार्टी हर बार की तरह इस्तेमाल भी करेगी.
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कांग्रेस ने सल्ट उपचुनाव में 2017 की प्रत्याशी रह चुकीं गंगा पंचोली को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. देखा जाए तो कांग्रेस के पास इस विधानसभा में कहने के लिए बहुत कुछ नहीं है. पार्टी स्थानीय मुद्दों पर ही चुनाव लड़ने की बात कर रही है.
कांग्रेस की तरफ से मूलभूत सुविधाओं जिसमें स्वास्थ्य पेयजल और दूसरी तमाम जरूरी आधारभूत सुविधाओं की बात रखकर चुनाव को लड़ा जाएगा. साथ ही प्रदेश में 4 साल के भाजपा के कार्यकाल की विफलताओं को भी कांग्रेस मुद्दा बनाने जा रही है.
प्रीतम सिंह ने सल्ट में डाला डेरा
सल्ट विधानसभा उपचुनाव को जीतने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का सल्ट का दौरा शुरू हो गया. इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह चार दिवसीय सल्ट दौरे पर हैं. प्रीतम सिंह, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सह प्रभारी राजेश धर्माणी और वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रत्याशी गंगा पंचोली के समर्थन में जनसभाओं और पद यात्राओं में भाग लेंगे.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि सल्ट चुनाव मील का पत्थर साबित होने जा रहा है. क्योंकि राज्य की जनता बीजेपी के 4 साल के कुशासन से त्रस्त हो चुकी है. उन्होंने भाजपा शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने 2017 के चुनाव से पहले जनता से जो वादे किए थे, 4 साल बीतने के बावजूद वह वादे पूरे नहीं हुए हैं. उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि बेरोजगारी, किसानों, व्यापारियों और कर्मचारियों के सवाल पर भाजपा के पास बताने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है.
17 अप्रैल को चुनाव होना है उपचुनाव
सल्ट विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव होना है. इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहूलियत के लिए वोटिंग करने का समय भी एक घंटा बढ़ा दिया है. उपचुनाव के लिए सुबह 8 बजे के स्थान पर सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो शाम 5 बजे तक चलेगी. मतदान के दौरान कोरोनागाइड लाइन का भी खास ध्यान रखा जाएगा.