देहरादून: केरल में मॉनसून आने के बाद अब उत्तराखंड में 21 जून के आसपास मॉनसून दस्तक दे सकता है. हालांकि, इस साल मॉनसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है. जहां एक ओर मौसम विभाग 21 जून से उत्तराखंड में मॉनसून के दस्तक देने की बात कह रहा है. वहीं, दूसरी ओर वाडिया इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक इस बार मॉनसून में हैवी रेन होने की बात कह रहे हैं. आखिर क्या है वजह?
केरल में मॉनसून के दस्तक की भविष्यवाणी तो की जा सकती है, लेकिन अन्य राज्यों में मॉनसून कब आएगा? इस पर सिर्फ अटकलें ही लगाईं जा सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार, केरल में मॉनसून की दस्तक के 20 दिन बाद मॉनसून उत्तराखंड पहुंचता है. लिहाजा 1 जून को केरल में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में अब करीब 20 दिन बाद यानी 21 जून को उत्तराखंड में भी मॉनसून दस्तक देगा.
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि एक जून को केरल में दस्तक देने के बाद उत्तराखंड पहुंचने में मॉनसून को लगभग 20 से 21 दिन लगते हैं. हालांकि, इस साल केरल में मॉनसून अपने सही समय पर पहुंचा है. लिहाजा सिस्टम प्रभावित नहीं हुआ तो उत्तराखंड में भी 21 जून के आसपास मॉनसून पहुंच जाएगा. यही नहीं इस साल का मॉनसून बेहद अच्छा रहने वाला है.
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वहीं, वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिक प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मॉनसून सीजन में सामान्य से अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी ग्लोबल पैरामीटर्स को ध्यान में रखकर की जाती है. जिसमें यह देखा जाता है कि तिब्बत, नॉर्थ अटलांटिक ओसियन, बंगाल की खाड़ी और इंडियन ओसियन में कितनी हीट जनरेट होगी, जो सूरज और अर्थ की ज्योमेट्री पर डिपेंड करता है. उन्होंने बताया कि जब तिब्बत का क्षेत्र और नॉर्थ अटलांटिक ओसियन गर्म हो जाता है तो इससे पता लगाया जाता है कि इस बार का मॉनसून स्ट्रांग रहने वाला है.