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CM के गृहक्षेत्र का हालः एक साल में ही लीक करने लगी पानी की टंकी, बूंद-बूंद को तरस रही जनता

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है. कांडर वाला क्षेत्र में पेयजल निगम ने करोड़ों की लागत से टंकी का निर्माण तो कर दिया, लेकिन पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन डालना भूल गया.

पानी की टंकी
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Published : May 13, 2019, 6:28 PM IST

डोइवालाः गर्मी के शुरू होते ही कई जगह पेयजल का संकट गहराने लगा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है. कांडर वाला क्षेत्र में पेयजल निगम ने करोड़ों की लागत से टंकी का निर्माण तो कर दिया, लेकिन पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन डालना भूल गया. इतना ही नहीं यह टंकी निर्माण के एक साल के भीतर ही लीकेज होने लगी है. वहीं, पानी की सप्लाई ना होने से स्थानीय लोग दूर-दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा में पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण.


बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा के कांडर वाला के ग्रामीण लंबे समय से पानी की टंकी की मांग कर रहे थे. लंबे संघर्ष के बाद गांव में वित्तीय संस्था नाबार्ड के सहयोग से 3 करोड़ की लागत से पेयजल निगम ने पानी की टंकी बना दी, लेकिन एक साल में ही टंकी लीकेज होने लगी है. गांव में पानी की सप्लाई के लिए भी पाइपलाइन नहीं डाला गया. ऐसे में टंकी महज शो पीस बन कर रह गई है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंडः चारधाम की यात्रा पर निकली महिला तीर्थयात्री की मौत

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की किल्लत को देखते हुए टंकी का निर्माण किया गया था, लेकिन टंकी बन जाने के बाद भी गांव वालों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम ने टंकी बनाते समय पैसों की बर्बादी की है. टंकी का लीकेज होना बड़ी लापरवाही है. ग्रामीण दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं. स्थानीय सभासद हिमांशु राणा ने बताया कि टंकी बनने के बाद भी वार्ड नं 3 में पानी की समस्या बनी हुई है. समस्या को लेकर सीएम से बात की जाएगी. वहीं, उन्होंने लापरवाह अधिकारियों और टंकी निर्माण में लीपापोती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.


मामले पर जल संस्थान के अधिशासी अधिकारी विनोद असवाल का कहना है कि तीन करोड़ की लागत से वित्त पोषित संस्था नाबार्ड और उत्तराखंड पेयजल निगम ने टंकी का निर्माण कराया है. टंकी के लीकेज पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि टंकी के वाटर लेवल की डोरी टूट गई है. जिसकी वजह से टंकी लीक कर रही है. जिसको ठीक कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह टंकी पेयजल निगम ने अब जल संस्थान को सुपुर्द कर दी है. जल्द ही जल संस्थान गांव में पानी की सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम करेगा.

डोइवालाः गर्मी के शुरू होते ही कई जगह पेयजल का संकट गहराने लगा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है. कांडर वाला क्षेत्र में पेयजल निगम ने करोड़ों की लागत से टंकी का निर्माण तो कर दिया, लेकिन पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन डालना भूल गया. इतना ही नहीं यह टंकी निर्माण के एक साल के भीतर ही लीकेज होने लगी है. वहीं, पानी की सप्लाई ना होने से स्थानीय लोग दूर-दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं.

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा में पानी की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण.


बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोइवाला विधानसभा के कांडर वाला के ग्रामीण लंबे समय से पानी की टंकी की मांग कर रहे थे. लंबे संघर्ष के बाद गांव में वित्तीय संस्था नाबार्ड के सहयोग से 3 करोड़ की लागत से पेयजल निगम ने पानी की टंकी बना दी, लेकिन एक साल में ही टंकी लीकेज होने लगी है. गांव में पानी की सप्लाई के लिए भी पाइपलाइन नहीं डाला गया. ऐसे में टंकी महज शो पीस बन कर रह गई है.

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ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की किल्लत को देखते हुए टंकी का निर्माण किया गया था, लेकिन टंकी बन जाने के बाद भी गांव वालों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम ने टंकी बनाते समय पैसों की बर्बादी की है. टंकी का लीकेज होना बड़ी लापरवाही है. ग्रामीण दूर-दूर से पानी लाने को मजबूर हैं. स्थानीय सभासद हिमांशु राणा ने बताया कि टंकी बनने के बाद भी वार्ड नं 3 में पानी की समस्या बनी हुई है. समस्या को लेकर सीएम से बात की जाएगी. वहीं, उन्होंने लापरवाह अधिकारियों और टंकी निर्माण में लीपापोती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.


मामले पर जल संस्थान के अधिशासी अधिकारी विनोद असवाल का कहना है कि तीन करोड़ की लागत से वित्त पोषित संस्था नाबार्ड और उत्तराखंड पेयजल निगम ने टंकी का निर्माण कराया है. टंकी के लीकेज पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि टंकी के वाटर लेवल की डोरी टूट गई है. जिसकी वजह से टंकी लीक कर रही है. जिसको ठीक कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह टंकी पेयजल निगम ने अब जल संस्थान को सुपुर्द कर दी है. जल्द ही जल संस्थान गांव में पानी की सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम करेगा.

Intro:मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा के अधिकारी अपनी मनमर्जी करके किस तरीके से पैसों की बंदरबांट कर रहे हैं उसकी जीती जागती निशानी कांडर वाला वार्ड नं 3 में बनाई गई पानी की टंकी है जो एक साल में ही लीकेज होने लगी है वित्तीय संस्था नाबार्ड के सहयोग से 3 करोड़ की लागत से उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा यह टंकी बनाई गई है लेकिन एक साल में ही टंकी के लीकेज होने की वजह से यह टंकी लोगों की पानी की आपूर्ति नहीं कर पा रही है वहीं पेयजल निगम पानी की टंकी बनाकर पैसों को ठिकाने लगाने के बाद गांव में पानी की सप्लाई के लिए बिना लाइन बिछाए ही पानी की टंकी को जल संस्थान के हैंड ओवर करके अपनी इतिश्री कर के बैठ गया अब यह टंकी काँडरवाला की जनता को मुंह चिढ़ाने का काम कर रही है ।


Body:कांडर वाला के ग्रामीण लंबे समय से पानी की टंकी की मांग कर रहे थे और लंबे संघर्ष के बाद गांव में पानी की टंकी तो बना दी गई लेकिन जिस मकसद से यह टंकी बनाई गई वह मकसद पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है 3 करोड़ की लागत से पेयजल निगम ने टंकी तो बना दी लेकिन गांव में सप्लाई करने के लिए पाइपलाइन बिछाना भूल गया वहीं यह टंकी अब गांव वालों के लिए शो पीस बन कर रह गई है ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की किल्लत को देखने हुए इस टंकी का निर्माण किया गया था लेकिन टंकी बन जाने के बाद भी गांव वालों को पीने के पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम ने टंकी बनाते समय पैसों की बर्बादी की वहीं जिस मकसद से टंकी बनाई गई वह मकसद पूरा नहीं हो रहा है ग्रामीण महिलाओं को अभी भी पानी के लिए भटकने को मजबूर होना पड़ रहा है ।


Conclusion:जल संस्थान के अधिशासी अधिकारी विनोद अशवाल का कहना है कि 3 करोड़ की लागत से वित्त पोषित संस्था नाबार्ड द्वारा और उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा इस टंकी का निर्माण किया गया है वहीं पानी के लीकेज पर सफाई देते हुए अधिशासी अधिकारी ने बताया कि पानी की टंकी पानी लीकेज होने के बजाय टंकी का वाटर लेवल की डोरी टूट गई है जिसकी वजह से टंकी लीकेज कर रही है जिसको ठीक कराया जा रहा है ओर यह टंकी पेयजल निगम ने अब जल संस्थान के सुपुर्द कर दी है और जल संस्थान गांव में पानी की सप्लाई के लिए जल्द ही पाइपलाइन बिछाने का कार्य करेगा ।

कांडर वाला के सभासद हिमांशु राणा ने बताया कि टंकी बनने के बाद भी पानी की समस्या वार्ड नं 3 में बनी हुई है और जल्द टंकी को ठीक ओर पानी की पाइप लाइन नही बिछी तो मुख्यमंत्री के सामने समस्या रखी जायेगी । और लापरवाह अधिकारीयो ओर टंकी निर्माण में लीपापोती करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की जायेगी ।

बाईट दिलीप सिंह भंडारी ग्रामीण
बाईट रीता ग्रामीण महिला
बाईट विनोद अशवाल जे ई जल संस्थान डोईवाला
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