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ऋषिकेश: जर्जर सिंचाई नहरें बनी मुसीबत का सबब, खेतों में हो रहा जलभराव

रायवाला क्षेत्र में सिंचाई के लिए खेतों में पानी पहुंचाने वाली अधिकांश नहरों कि हालत जर्जर है. वहीं, लम्बे समय से विभाग ने इनकी मरम्मत भी नहीं कराई है. ऐसे में प्रतीतनगर-रायवाला के बीच बड़ी सिंचाई नहर के लीकेज होने के कारण काश्तकारों के खेतों में जलभराव हो रहा है.

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Published : Nov 29, 2019, 9:09 PM IST

Updated : Nov 29, 2019, 10:07 PM IST

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लीकेज नहरों से खेत हो रहे बर्बाद

ऋषिकेश: इन दिनों काश्तकार गेहूं की बुवाई की तैयारियों में जुटे हैं. ऐसे में यहां स्थित जर्जर सिंचाई नहरें किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. क्योंकि नहरों से हो रहे रिसाव के कारण काश्तकारों के खेतों में जलभराव हो रहा है. जिसके चलते किसान खेतों की जुताई करने में असमर्थ है.

लीकेज नहरों से खेत हो रहे बर्बाद

बता दें कि रायवाला क्षेत्र में सिंचाई के लिए खेतों में पानी पहुंचाने वाली अधिकांश नहरें जर्जर हालत में हैं. वहीं, लम्बे समय से विभाग ने इनकी मरम्मत की कोई सुध नहीं ली है. ऐसे में प्रतीतनगर-रायवाला के बीच बड़ी सिंचाई नहर के लीकेज होने के कारण काश्तकारों के खेतों में जलभराव हो रहा है. जिसके चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई के लिए अपने खेत तैयार नहीं कर पा रहे हैं. स्थानीय किसान जगत सिंह चौहान, भगवान सिंह, और निर्मला राणाकोटी ने बताया कि सिंचाई विभाग न तो जर्जर नहरों की मरम्मत करा रहा है और न इनकी सफाई कराता है. ऐसे में गेहूं की बुवाई के लिए वह अपने खेत तैयार नहीं कर पा रहे हैं.

ये भी पढ़े : फ्लाईओवर निर्माण में लगा मजदूर टैंक में गिरा, कई घंटों से चल रहा SDRF का रेस्क्यू अभियान

किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग लगान तो हर साल वसूलता है लेकिन नहरों की मरम्मत पर ध्यान नहीं देता. उनका आरोप है कि संबंधित अधिकारियों से शिकायत के बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. वहीं, जिम्मेदार अधिकारी हमेशा बजट का रोना रोते रहते हैं.

ऋषिकेश: इन दिनों काश्तकार गेहूं की बुवाई की तैयारियों में जुटे हैं. ऐसे में यहां स्थित जर्जर सिंचाई नहरें किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. क्योंकि नहरों से हो रहे रिसाव के कारण काश्तकारों के खेतों में जलभराव हो रहा है. जिसके चलते किसान खेतों की जुताई करने में असमर्थ है.

लीकेज नहरों से खेत हो रहे बर्बाद

बता दें कि रायवाला क्षेत्र में सिंचाई के लिए खेतों में पानी पहुंचाने वाली अधिकांश नहरें जर्जर हालत में हैं. वहीं, लम्बे समय से विभाग ने इनकी मरम्मत की कोई सुध नहीं ली है. ऐसे में प्रतीतनगर-रायवाला के बीच बड़ी सिंचाई नहर के लीकेज होने के कारण काश्तकारों के खेतों में जलभराव हो रहा है. जिसके चलते उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई के लिए अपने खेत तैयार नहीं कर पा रहे हैं. स्थानीय किसान जगत सिंह चौहान, भगवान सिंह, और निर्मला राणाकोटी ने बताया कि सिंचाई विभाग न तो जर्जर नहरों की मरम्मत करा रहा है और न इनकी सफाई कराता है. ऐसे में गेहूं की बुवाई के लिए वह अपने खेत तैयार नहीं कर पा रहे हैं.

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किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग लगान तो हर साल वसूलता है लेकिन नहरों की मरम्मत पर ध्यान नहीं देता. उनका आरोप है कि संबंधित अधिकारियों से शिकायत के बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. वहीं, जिम्मेदार अधिकारी हमेशा बजट का रोना रोते रहते हैं.

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ऋषिकेश--काश्तकार गेहूं की बुवाई की तैयारी में जुटे हैं लेकिन सिंचाई नहरें मुसीबत का सबब बनी हुई हैं। जर्जर नहरों से हो रहे रिसाव से खेतों में जलभराब हो रहा है। जिससे खेतों की जुताई नहीं हो पा रही है। नहरों की दुर्दशा काश्तकारों को चिंतित किये हुए है।


Body:वी/ओ--रायवाला में सिंचाई के लिए खेतों तक पानी पहुंचाने वाली अधिकांश नहरें जर्जर हालत में हैं। लम्बे समय से विभाग ने इनकी मरम्मत की सुध नही ली। प्रतीतनगर-रायवाला के बीच बड़ी सिंचाई नहर बेहद जर्जर हालत में है। कहीं लीकेज की समस्या तो कहीं नहरों में उगी घास, कबाड़ पानी का रास्ता रोकते हैं। नहरों से हो रहे रिसाव से खेतों में पानी भर रहा है, जिसके चलते काश्तकार गेहूं की बुवाई के लिए खेत तैयार नहीं कर पा रहे हैं। काश्तकार जगत सिंह चौहान, भगवान सिंह, निर्मला राणाकोटी ने बताया कि  सिंचाई विभाग न तो जर्जर नहरों की मरम्मत की सुध ले रहा है और न इनकी नियमित सफाई कराता है। 


Conclusion:वी/ओ--किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग लगान तो हर साल वसूलता है लेकिन नहरों की मरम्मत पर ध्यान नही देता। अधिकारियों के पास फरियाद लेकर जाओ तो समस्या का समाधान करने की बजाए उनका रटा रटाया जवाब होता है कि अभी बजट नही है। ऐसे में अब काश्तकारों के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभरना स्वाभाविक है।

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Last Updated : Nov 29, 2019, 10:07 PM IST
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