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आश्वासन पर माने कैम्पटी क्षेत्र के ग्रामीण, लोकसभा चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया वापस

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Published : Apr 8, 2019, 9:15 PM IST

शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया था. पूर्व विधायक के आश्वासन पर ग्रामीणों ने फैसला वापस ले लिया.

आश्वासन पर माने

मसूरीः कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव के लोगों द्वारा उनके क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के ना होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का एलान किया था. जिसके बाद प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे. इसके बाद क्षेत्र के पूर्व विधायक और गढ़वाल मंडल विकास निगम अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ ने ग्रामीणों से बात की और चुनाव बाद उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, जिस पर ग्रामीणों ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया. ग्रामीणों के इस फैसले के बाद शासन और प्रशासन ने राहत की सांस ली है.

पूर्व विधायक के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला वापस ले लिया.

मसूरी कैम्पटी क्षेत्र के डिबोगी में आयोजित बैठक में सभी ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया. बता दें कि कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरतली, कसोन घण्डियाला, काण्डा पाली, कुणा, कन्ड्रीयाण, तिमलियाल और रणोगी गांव के लोगों ने सरकार से कई बार क्षेत्र में मूलभूत समस्याओं जिसमें दूधली-डिबोगी मार्ग का डामरीकरण, भटोली मंदर्सु मोटर मार्ग से सरतली मोटर मार्ग का निर्माण, पाली-कन्ड्रीयाण मोटर मार्ग के निर्माण की मांग की थी, लेकिन शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.


शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया था. जिसके बाद टिहरी जिलाधिकारी ने मामले का संझान लेकर धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास को ग्रामीणों से वार्ता करने का आग्रह किया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने एसडीएम के प्रस्ताव को ठुकराकर 8 अप्रैल को फैसला लेने की बात कही थी.


जिसके बाद क्षेत्र के पूर्व विघायक महावीर सिंह रागंड़ ने क्षेत्र के लोगों से बातकर उनकी मांगों को चुनाव के बाद पूरा करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने पर सहमति जताई.

ग्राम प्रधान आनंद सिंह तोमर ने कहा कि कई बार ग्रामीणों द्वारा मूलभूत सुविधाओं के लिये की जा रही मांगों को लेकर चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया था, लेकिन पूर्व विधायक महावीर सिंह रागंड़ ने चुनाव बाद उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के घोषणा पत्र में मातृ सदन को दिख रही आशा की किरण, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

उनको विश्वास है कि चुनाव बाद उनकी मागें पूरी होंगी, अगर नहीं होती है तो वह सरकार, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सड़कों पर उतरने पर मजबूर होंगे

मसूरीः कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव के लोगों द्वारा उनके क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के ना होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का एलान किया था. जिसके बाद प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे. इसके बाद क्षेत्र के पूर्व विधायक और गढ़वाल मंडल विकास निगम अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड़ ने ग्रामीणों से बात की और चुनाव बाद उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, जिस पर ग्रामीणों ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया. ग्रामीणों के इस फैसले के बाद शासन और प्रशासन ने राहत की सांस ली है.

पूर्व विधायक के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला वापस ले लिया.

मसूरी कैम्पटी क्षेत्र के डिबोगी में आयोजित बैठक में सभी ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया. बता दें कि कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरतली, कसोन घण्डियाला, काण्डा पाली, कुणा, कन्ड्रीयाण, तिमलियाल और रणोगी गांव के लोगों ने सरकार से कई बार क्षेत्र में मूलभूत समस्याओं जिसमें दूधली-डिबोगी मार्ग का डामरीकरण, भटोली मंदर्सु मोटर मार्ग से सरतली मोटर मार्ग का निर्माण, पाली-कन्ड्रीयाण मोटर मार्ग के निर्माण की मांग की थी, लेकिन शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.


शासन और प्रशासन की उदासीनता के चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया था. जिसके बाद टिहरी जिलाधिकारी ने मामले का संझान लेकर धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास को ग्रामीणों से वार्ता करने का आग्रह किया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने एसडीएम के प्रस्ताव को ठुकराकर 8 अप्रैल को फैसला लेने की बात कही थी.


जिसके बाद क्षेत्र के पूर्व विघायक महावीर सिंह रागंड़ ने क्षेत्र के लोगों से बातकर उनकी मांगों को चुनाव के बाद पूरा करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने पर सहमति जताई.

ग्राम प्रधान आनंद सिंह तोमर ने कहा कि कई बार ग्रामीणों द्वारा मूलभूत सुविधाओं के लिये की जा रही मांगों को लेकर चुनाव का बहिष्कार करने का एलान किया था, लेकिन पूर्व विधायक महावीर सिंह रागंड़ ने चुनाव बाद उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के घोषणा पत्र में मातृ सदन को दिख रही आशा की किरण, बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

उनको विश्वास है कि चुनाव बाद उनकी मागें पूरी होंगी, अगर नहीं होती है तो वह सरकार, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सड़कों पर उतरने पर मजबूर होंगे

मसूरी में लोकसभा चुनाव का बहिश्कार के ऐलान का फैसला लिया वापस 
रिपोर्टर सुनील सोनकर     8.4.2019
एकंर वीओ0
कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव के लोगों द्वारा उनके क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं ना होने पर लोकसभा चुनाव का बहिश्कार के ऐलान के बाद क्षेत्र के पूर्व विधायक और गढवाल मंडल विकास निगम अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड के चुनाव के बाद मागों को पूरा करने के आष्वासन के बाद ग्रामीणो ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया है। मसूरी कैम्पटी क्षेत्र के डिबोगी में आयोजित बैठक में सभी ग्रामीण ने अगामी लोकसभा चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया है जिससे षासन प्रषासन ने राहत की सांस ली। बता दे कि कैम्पटी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरतली, कसोन घण्डियाला, काण्डा पाली, कुणा, कन्ड्रीयाण, तिमलियाल और रणोगी गांव के लोगों ने सरकार से कई बार क्षेत्र में मूलभूत समस्याओं जिसमें  मुख्य मांगों में दूधली-डिबोगी मार्ग का डामरीकरण, भटोली मंदर्सु मोटर मार्ग से सरतली मोटर मार्ग का निर्माण, पाली-कन्ड्रीयाण मोटर मार्ग का निर्माण का पूरा ना होने पर लोकसभा चुनाव का बहिश्कार का ऐलान किया था जिसके  बाद टिहरी जिलाधिकारी ने मामले का संझान लेकर धनोल्टी एसडीएम रजा अब्बास को ग्रामीणों से वार्ता ग्रामीणो को  चुनाव में प्रतिभाग करने का आग्रह किया गया था परन्तु ग्रामीणों ने एसडीएम के प्रस्ताव को ठुकराकर 8 अप्रैल को फैसला लेने की बात कही थी जिसके बाद क्षेत्र के पूर्व विघायक महावीर सिंह रागंड द्वारा क्षेत्र के लोगो से वार्ता कर उनकी द्वारा की जा रही मांगो को चुनाव के बाद पूरा करने का आष्वासन दिया गया जिसके बाद ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मत अधिकार का प्रयोग करने पर सहमति जताई। 
ग्राम प्रधान आनंद सिंह तोमर ने कहा की पिछले कई बार ग्रामीणो के द्वारा मूलभूत सुविधाओं के लिये की जा रही मागों को लेकर चुनाव का वहिश्कार करने का ऐलान किया था परन्तु पूर्व विधायक महावीर सिंह रागंड के द्वारा चुनाव के बाद उनकी मागों को पूरा करने के आष्वासन के बाद ग्रामीणों ने चुनाव में प्रतिभाग करने का निर्णय लिया है उनको विष्वास है कि चुनाव के बाद उनकी मागें पूरी होगी वह अगर नही होती तो वह सरकार, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सडकों पर उतरने पर मजबूर होगे।
बाईट ग्राम प्रधान आनंद सिंह तोमर  

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