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जौनसार बावर के ग्रामीणों ने PWD कार्यालय पर बोला हल्ला, भूख हड़ताल और चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी - Public Works Department Chakrata

Demonstration at Chakrata PWD office जौनसार बावर चकराता के 12 गांवों के ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने दो खत पट्टी विशलाड के मुख्य मार्ग के डामरीकरण की मांग रखी. मांग पूरी नहीं होने पर भूख हड़ताल और चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी.

Public Works Department Chakrata
लोक निर्माण विभाग चकराता
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 13, 2023, 5:43 PM IST

Updated : Sep 13, 2023, 6:25 PM IST

जौनसार बावर के 12 गांव के ग्रामीणों का PWD कार्यालय पर हल्ला बोल.

चकराताः देहरादून के चकराता स्थित दो खत पट्टी विशलाड से जुड़े 12 गावों के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग चकराता कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों ने पिछले 32 साल से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं की गई तो मजबूरन भूख हड़ताल के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार किया जाएगा.

बुधवार को जौनसार बावर चकराता के दो खत पट्टी के 12 गांव के सैकड़ों ग्रामीण 32 सालों से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर लोनिवि कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने लोनिवि चकराता व शासन-प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का निर्माण 32 साल पहले हुआ था. मार्ग के निर्माण के बाद से मार्ग की हालत काफी दयनीय हो चुकी है. कई बार ग्रामीणों द्वारा लोक निर्माण विभाग चकराता से मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके विभाग द्वारा सुध नहीं ली जा रही है.

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि मात्र 16 किमी लंबा यह मार्ग 12 गांवों को जोड़ता है. इन 12 गांव में लगभग 5 हजार की आबादी रहती है. मार्ग के दयनीय स्थिति के कारण किसान अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए कई परेशानियों का सामना करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 12 गांव को जोड़ने वाली सड़क दयनीय स्थिति में है. ग्रामीण मार्ग के डामरीकरण की मांग को लेकर विभाग के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं.
ये भी पढ़ेंः अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा केदारनाथ हाईवे, बारिश के बाद मलबा न हटने से जाम ही जाम

ग्रामीण सूर्यपाल चौहान ने कहा कि विभाग, क्षेत्रीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने भी उन्होंने अपनी समस्या रखी. बावजूद इसके ना तो किसी जनप्रतिनिधि ने और ना ही विभाग के उच्चधिकारियों ने ग्रामीणों की सुध ली है. इस कारण दो खत पट्टियों के 12 गांव के ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो भूख हड़ताल के साथ-साथ 2024 लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया जाएगा.

जौनसार बावर के 12 गांव के ग्रामीणों का PWD कार्यालय पर हल्ला बोल.

चकराताः देहरादून के चकराता स्थित दो खत पट्टी विशलाड से जुड़े 12 गावों के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग चकराता कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों ने पिछले 32 साल से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं की गई तो मजबूरन भूख हड़ताल के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार किया जाएगा.

बुधवार को जौनसार बावर चकराता के दो खत पट्टी के 12 गांव के सैकड़ों ग्रामीण 32 सालों से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर लोनिवि कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने लोनिवि चकराता व शासन-प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का निर्माण 32 साल पहले हुआ था. मार्ग के निर्माण के बाद से मार्ग की हालत काफी दयनीय हो चुकी है. कई बार ग्रामीणों द्वारा लोक निर्माण विभाग चकराता से मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके विभाग द्वारा सुध नहीं ली जा रही है.

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि मात्र 16 किमी लंबा यह मार्ग 12 गांवों को जोड़ता है. इन 12 गांव में लगभग 5 हजार की आबादी रहती है. मार्ग के दयनीय स्थिति के कारण किसान अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए कई परेशानियों का सामना करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 12 गांव को जोड़ने वाली सड़क दयनीय स्थिति में है. ग्रामीण मार्ग के डामरीकरण की मांग को लेकर विभाग के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं.
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ग्रामीण सूर्यपाल चौहान ने कहा कि विभाग, क्षेत्रीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने भी उन्होंने अपनी समस्या रखी. बावजूद इसके ना तो किसी जनप्रतिनिधि ने और ना ही विभाग के उच्चधिकारियों ने ग्रामीणों की सुध ली है. इस कारण दो खत पट्टियों के 12 गांव के ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो भूख हड़ताल के साथ-साथ 2024 लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया जाएगा.

Last Updated : Sep 13, 2023, 6:25 PM IST
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