चकराताः देहरादून के चकराता स्थित दो खत पट्टी विशलाड से जुड़े 12 गावों के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग चकराता कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों ने पिछले 32 साल से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही मांग पूरी नहीं की गई तो मजबूरन भूख हड़ताल के साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार किया जाएगा.
बुधवार को जौनसार बावर चकराता के दो खत पट्टी के 12 गांव के सैकड़ों ग्रामीण 32 सालों से दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का डामरीकरण नहीं होने से नाराज होकर लोनिवि कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने लोनिवि चकराता व शासन-प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि दांवा पुल जोगियों बहरावा मोटर मार्ग का निर्माण 32 साल पहले हुआ था. मार्ग के निर्माण के बाद से मार्ग की हालत काफी दयनीय हो चुकी है. कई बार ग्रामीणों द्वारा लोक निर्माण विभाग चकराता से मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके विभाग द्वारा सुध नहीं ली जा रही है.
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि मात्र 16 किमी लंबा यह मार्ग 12 गांवों को जोड़ता है. इन 12 गांव में लगभग 5 हजार की आबादी रहती है. मार्ग के दयनीय स्थिति के कारण किसान अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए कई परेशानियों का सामना करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि 12 गांव को जोड़ने वाली सड़क दयनीय स्थिति में है. ग्रामीण मार्ग के डामरीकरण की मांग को लेकर विभाग के चक्कर काट-काटकर थक चुके हैं.
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ग्रामीण सूर्यपाल चौहान ने कहा कि विभाग, क्षेत्रीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने भी उन्होंने अपनी समस्या रखी. बावजूद इसके ना तो किसी जनप्रतिनिधि ने और ना ही विभाग के उच्चधिकारियों ने ग्रामीणों की सुध ली है. इस कारण दो खत पट्टियों के 12 गांव के ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो भूख हड़ताल के साथ-साथ 2024 लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया जाएगा.