ऋषिकेशः ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है. ऋषिकेश ब्लॉक में तकरीबन 50 गांव की आबादी को बड़ी राहत मिलने वाली है. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीन नदी पर पुल निर्माण के लिए जमीनी कार्रवाई शुरू हो गई है. पीडब्ल्यूडी की दुगड्डा डिवीजन ने ब्रिज बनाने के लिए मृदा परीक्षण कार्य शुरू कर दिया है.
दरअसल, यमकेश्वर ब्लॉक के डाडा मंडल क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोग कई वर्षों से बीन नदी पर ब्रिज निर्माण की मांग सरकार से करते आ रहे थे. ब्रिज नहीं होने से खासकर बरसात में स्थानीय ग्रामीणों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर होना पड़ता था. साल 2018 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने थल नदी में आयोजित एक कार्यक्रम में बीन नदी पर पुल निर्माण की घोषणा की, तो स्थानीय लोगों के चेहरे खिल गए. लेकिन वहीं पुल निर्माण में होती देरी से लोगों को मायूसी जरूर हुई, मगर उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी.
वहीं, स्थानीय विधायक ऋतु खंडूड़ी का दावा है कि उनके प्रयासों से ब्रिज निर्माण के लिए केंद्रीय वन्यजीव बोर्ड से एनओसी मिली. पुल निर्माण के लिए प्रथम चरण में स्वीकृत की गई 29 लाख रुपए की धनराशि से मृदा परीक्षण व अन्य कार्यों को पीडब्ल्यूडी ने शुरू कर दिया है.
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विभाग की दुगड्डा डिवीजन के मुताबिक, पुल की कुल लंबाई 200 मीटर और चौड़ाई 9 मीटर है. बताया गया कि, मृदा परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद ब्रिज निर्माण के लिए टेंडर कॉल किए जाएंगे. जिसके बाद पुल का निर्माण युद्धस्तर पर शुरू कर दिया जाएगा. लिहाजा, पुल बनने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को आवागमन में बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि हरिद्वार से ऋषिकेश चीला मार्ग से आने-जाने वाले पर्यटकों को भी दिक्कत नहीं होगी.