देहरादून: डोइवाला विधानसभा के पंचायत चुनाव में आरक्षण मिलने के बाद से चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. वहीं, कुछ प्रत्याशियों को आरक्षण मिलने के बाद से क्षेत्र के चुनावी समीकरण बदल गए हैं. जिसके चलते कुछ प्रत्याशी सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगा रहे हैं. साथ ही आरक्षण को गलत बताकर कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं.
बता दें कि डोइवाला विधानसभा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा है. जिसके चलते चुनावों में सब की नजर इस विधानसभा पर रहती है. परिसीमन और नगरपालिका बनने के बाद डोईवाला में 36 ग्राम सभाएं, 40 क्षेत्र पंचायत और 5 जिला पंचायत सीटों पर चुनाव लड़े जाएंगे.
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ग्रामीणों का कहना है कि जनसंख्या के आधार पर क्षेत्र का आरक्षण होना चाहिए. दबाव में आकर कई सीटों को सामान्य कर दिया गया है. उन्होंने आरक्षण को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है. साथ ही सीटों पर बदलाव ना होने पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है.