विकासनगरः साहिया में विकासखंड चकराता और कालसी के करीब एक सौ ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान जुटे. जहां प्रधानों ने अपने-अपने ग्राम पंचायत के विकास में आने वाली समस्याएं रखी. साथ ही विकास और योजनाओं को लेकर चर्चा भी की. इसके अलावा ग्राम प्रधानों ने अपनी-अपनी परेशानियों को भी साझा किया.
दरअसल, लोक पंचायत सामाजिक संगठन के तत्वधान में साहिया में ग्राम प्रधानों का सम्मेलन (Village Heads Conference held in Sahiya) आयोजित किया गया. जिसमें चकराता और कालसी तहसील के करीब एक सौ प्रधान जुटे. जिन्होंने ग्राम पंचायत में हो रहे विकास कार्यों पर चर्चा की. ग्राम प्रधानों ने बताया कि मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत होने वाले प्रस्तावित कार्यों का स्टीमेट नहीं बन रहा है. जिससे काफी परेशानी हो रही है.
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में वित्त योजनाओं से होने वाले कार्यों का बजट भी कम है. जिसके चलते गांव में विकास का कार्यों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा नशे पर लगाम लगाने को लेकर भी गहन चर्चा हुई. सभी ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने पंचायतों को नशा मुक्त करने की बात कही. वहीं, शिक्षा को लेकर भी चर्चा की गई. जिसमें सभी ग्राम प्रधान अपने-अपने पंचायतों के स्कूलों में जाकर विद्यालय का निरीक्षण करेंगे, ताकि स्कूल की दशा सुधर सके.
ये भी पढ़ेंः खटीमा के इन सरकारी विद्यालयों में नहीं पेयजल की सुविधा, बूंद-बूंद पानी को तरसते सैकड़ों छात्र
चकराता विकासखंड के प्रधान संगठन के महासचिव हरीश राजगुरू ने कहा कि दोनों विकासखंड (Chakrata and Kalsi Block Village heads) के प्रधानों की ओर से संवाद हुआ कि किस तरह से अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों को सुदृढ़ किया जा सकता है. साथ ही नशे को लेकर भी चर्चा हुई है. कालसी विकासखंड की महिला प्रधान प्रियंका ने कहा कि नशा समाज में बहुत घातक है. हम सभी ग्राम सभा के साथ मिलकर अपनी पंचायत को नशा मुक्त करने के प्रयास करेंगे.
वहीं, कार्यक्रम में पंहुचे महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास सचिव आईएएस हरिशचंद सेमवाल के सामने ग्राम प्रधानों ने दैवीय आपदा के तहत होने वाली क्षति में तत्काल राहत मुहैया कराने के लिए अलग से बजट देने की मांग की. उन्होंनें ग्राम प्रधानों के सभी सवालों के जबाब दिए और पंचायतों में उत्कृष्ट कार्य करने को कहा. लोक पंचायत के सदस्य भारत चौहान ने कहा कि आज चकराता व कालसी के प्रधानों का सम्मेलन था. जिसमें किस तरह से पंचायतों मे विकास की गति को और मजबूती दी जा सके, किस गांव में कार्य अच्छे हुए हैं, उन्हें भी प्रधानों ने एक दूसरे से चर्चा की.