विकासनगर: जौनसार बावर क्षेत्र में मार्च और अप्रैल के महीने में हुई भारी ओलावृष्टि की वजह से किसानों की फसलें नष्ट हो गई थीं. तहसील प्रशासन ने फसलों को हुई क्षति का आकलन किया था. मगर किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है.
मार्च और अप्रैल के महीने में मटर, जौ और गेहूं सहित अन्य फसलें भारी ओलावृष्टि से नष्ट हो गई थीं. तहसील प्रशासन ने किसानों की नष्ट हुई फसलों का आकलन करवाया था. लेकिन किसानों को अभी तक इसका मुआवजा नहीं मिल पाया है. किसानों ने प्रशासन से मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
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वहीं, किसान नरेंद्र सिंह राय ने बताया कि भारी ओलावृष्टि से और बारिश के कारण उनकी फसलों को क्षति हुई है. इसके कारण बीज का पैसा भी नहीं निकल पाया है. उन्होंने राज्य सरकार से किसानों की चौपट हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की है.
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एसडीएम कालसी अपूर्वा सिंह ने बताया कि ओलावृष्टि से किसानों की चौपट हुई फसलों का आकलन किया गया था. मानकों के अनुरूप चकराता तहसील में 1 महीने पहले लगभग 330 किसानों को मुआवजा दिया गया था. कालसी तहसील में मानकों के अनुरूप 33% से ऊपर क्षति होनी चाहिए थी, जो कि उस मानक के अनुरूप रिपोर्ट नहीं की गई है.