देहरादून: आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद रिटायर्ड आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ विजिलेंस को समय रहते शासन को चार्जशीट भेजना जरूरी है. वर्ना आरोपी यादव को कोर्ट की प्रक्रिया के अनुसार जमानत का लाभ मिल सकता है. विजिलेंस का दावा है कि अगले 3 से 4 दिनों में आरोप पत्र शासन के समक्ष पेश हो जाएगा, ताकि वहां से केंद्र की अनुमति मिलने के बाद 22 अगस्त 2022 से पहले आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जा सके. अगर समय से आरोप पत्र 60 दिनों से पहले कोर्ट में नहीं दाखिल होता है तो उसका लाभ आरोपी को मिल सकता है.
बता दें बीते 23 जून 2022 को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लंबी पूछताछ के बाद रिटायर आईएस रामविलास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. फिलहाल यादव न्यायिक हिरासत में देहरादून की जेल में बंद है. वहीं कानूनी प्रक्रिया के अनुसार इस मामले में विजिलेंस को 60 दिनों में आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल करना जरूरी है. जिससे रामविलास यादव को जमानत ना मिल सके. साथ ही उस पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके.
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आईएएस के खिलाफ आरोप पत्र के लिए केंद्र से लेनी पड़ती है अनुमति: जानकारी के अनुसार रिटायर्ड रामविलास यादव के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से जुड़े होने के चलते उनके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल करने से पहले राज्य सरकार को केंद्र सरकार से अनुमति लेनी पड़ेगी. यही कारण है कि विजिलेंस अगले 3 से 4 दिनों में आरोप पत्र शासन को सौंपने जा रही है. ताकि 60 दिनों से पहले यानी 22 अगस्त तक आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया जा सके.
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IAS रामविलास यादव भी पैंतरेबाजी में जुटे: आरोप पत्र समय से कोर्ट में दाखिल ना हो सके, इसको लेकर भी जेल में बंद आईएस रामविलास यादव की ओर से शासन के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर पैंतरेबाजी की जानकारी सामने आयी है. ऐसे में इस बात भनक लगते ही विजिलेंस ने चार्जशीट को समय रहते दाखिल करने की कार्रवाई पहले से तेज कर दी है. विजिलेंस निदेशक अमित सिन्हा ने बताया अगले 3 से 4 दिनों में IAS यादव के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएगा. जिसके बाद केंद्र की ऑनलाइन अनुमति मिलते ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो जाएगी. विजिलेंस निदेशक सिन्हा के मुताबिक यादव के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य-सबूत हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश गई विजिलेंस की टीम ने भी काफी ऐसे सबूत एकत्र किए गए हैं जिसको आरोपपत्र में लगाया गया है.
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आरोपी यादव की पत्नी ने भी जांच और पूछताछ में नहीं किया सहयोग: विजिलेंस निदेशक अमित सिन्हा ने बताया कि आरोपी रामविलास यादव की पत्नी को पूछताछ और जांच में सहयोग करने के लिए कई नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन वह मात्र एक बार बमुश्किल विजिलेंस के सामने पेश हुई है. जिसमें भी उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. वे जांच में किसी तरह का कोई सहयोग नहीं कर रही हैं. ऐसे में उन्हें फिर से नोटिस जारी कर बयानों के लिए बुलाया जाएगा.