देहरादून: Uksssc पेपर लीक(Uksssc paper leak case) सहित तमाम अन्य भर्तियों की जांच के साथ अब साल 2015-16 में हुई कुल 356 सब-इंस्पेक्टर भर्ती की जांच(Sub Inspector Recruitment Case) भी शुरू हो गई है. शासन ने विधिवत रूप आदेश मिलने के बाद विजिलेंस में दारोगा घोटालें में इन्वेस्टिगेशन के लिए टीम गठित कर दी है. ऐसे अब भर्ती गड़बड़ी से जुड़े तथ्यों और सबूतों को बारी-बारी से जुटाकर विवेचना को आगे बढ़ाया जाएगा.
बता दें कि Uksssc पेपर लीक केस में कुछ ऐसे सबूत STF को मिले थे, जिनके पुलिस मुख्यालय के माध्यम से शासन को भेजा गया. जिसके बाद मुख्यमंत्री की अनुमति मिलने के बाद दरोगा भर्ती की जांच के आदेश विजिलेंस को दे दी गई है.
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जल्द ही भर्ती से जुड़े झूठ और सच का होगा पर्दाफाश: 2015-16 दरोगा भर्ती मामले की जांच पड़ताल को लेकर विजिलेंस निदेशक अमित सिन्हा ने कहा शासन से रिपोर्ट मिलने के बाद इन्वेस्टिगेशन के लिए टीम गठित कर दी गई है. जल्द ही इस पूरे प्रति प्रकरण से झूठ और सच का पर्दाफाश होगा. ADG सिन्हा ने कहा 2015-16 दरोगा भर्ती गड़बड़ी से जुड़े ऐसे कुछ साक्ष्य और सबूत सामने आए थे. उसी के कारण इस मामलें में जांच पड़ताल करने की नौबत आई है.
कुल 356 पदों में नियुक्त हुए सब-इंस्पेक्टर की स्थिति: बता दें साल 2015-16 में सिविल पुलिस, LIU और PAC में कुल 356 रिक्त दरोगा पदों में 2014 भर्ती प्रक्रिया के बाद सब-इंस्पेक्टर नियुक्त हुए थे. इन सभी पदों में 101 महिला भी शामिल हैं. 2015-16 में कुल 348 दारोगा पदों नियुक्त होने वाले सिविल पुलिस सब-इंस्पेक्टर के 272,अभिसूचना LIU में 39, PAC विंग में 36 दरोगा और PAC प्लाटून कमांडर के रूप में 9 सब-इंस्पेक्टर चयनित हुए थे.