देहरादूनः प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत और धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के बीच एक बार फिर सोशल मीडिया पर जंग छिड़ चुकी है. कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य की ओर से THR (टेक होम राशन) योजना को लेकर हरीश रावत को सोशल मीडिया पर जवाब दिया है.
रेखा आर्य का सोशल मीडिया पर पोस्टः रेखा आर्य ने हरीश के लिए लिखा कि दाज्यू हरीश रावत जी आपको कुछ न कुछ बोलना ही है. वैसे हमारे पहाड़ में एक किस्सा है कि 'होशियार तो म्यर बौज्यू लै छी लेकिन उन्नर बात मानन मेरी ईजा लै नी छी' यानी होशियार तो मेरे पिताजी भी थे. लेकिन उनकी बात तो मेरी मां भी नहीं मानती थी. यही कहावत आप पर लागू हो रही है, क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में आप खुद को 2022 का स्वयंभू मुख्यमंत्री घोषित कर दे रहे हो और आपकी उस बात को आपकी पार्टी ही नहीं मान रही है.
रेखा आर्य ने THR योजना पर हरीश रावत के लिए लिखा कि 'आपने हजारों महिलाओं के सपनों को बर्बाद कर दिया, दाज्यू बुरा मत मानना लेकिन इस प्रदेश की हजारों नहीं बल्कि लाखों महिलाओं के सपने तो आपने बर्बाद किए मुख्यमंत्री बनकर. जहां तक THR योजना का सवाल है, यह केंद्र पोषित योजना है. इसमें केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के क्रम में THR योजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु THR में कच्चे राशन के वितरण को प्रतिबंधित करते हुए माइक्रो न्यूट्रिएंट्स फोर्टिफाइड (विटामिन एवं मिनरल युक्त) पोषण आहार को लैब से टेस्टिंग करवाकर वितरण किया जाना अनिवार्य कर दिया है'.
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आगे रेखा मंत्री ने लिखा: इसी दिशा में सरकार ने एक कदम बढ़ाया ही है कि आप बिना सोचे समझे फिर बोल गए. अब दाज्यू जितना भी बोल लो मुख्यमंत्री बनना आपके लिए मुंगेरीलाल के सपने ही हैं और इसके लिए दोष हमारा नहीं बल्कि सच स्वीकारों तो आपकी ही पार्टी आपको मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहती है.
रेखा आर्य ने आगे लिखा कि दाज्यू THR की गुणवता अच्छी हो, गर्भवती महिलाओं व बच्चों को उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार मिले, क्या इसमें आपको तकलीक है? सबसे बड़ी बात कि इससे स्वयं सहायता समूहों की मातृशक्ति का काम छीना नहीं जा रहा है. बल्कि उसमें और अधिक स्वयं सहायता समूहों को कार्य देने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने लिए हमारी सरकार कार्य कर रही है.
हरीश रावत से सवाल: इस दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने हरीश रावत से कुछ सवाल भी पूछे. रेखा आर्य ने पूछा कि दाज्यू क्या आप नहीं चाहते कि इस योजना में अधिक स्वयं सहायता समूह जुड़े. इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, बच्चों को उच्च गुणवत्ता का पोषण/ विटामिन युक्त आहार मिले. इस योजना से पारदर्शी तरीके से प्रत्येक लाभार्थी को समय से लैब टेस्टेड पोषाहार मिले. इस योजना में केद्रांश जो 90% प्रतिशत मिलता है और केंद्र के नियमों की अनदेखी कर इस 90% केद्रांश से राज्य के लाभार्थी बच्चों एवं महिलाओं को वंचित होने से बचाया जा सके.
रेखा आर्य ने कहा कि 'हां मैं आपको आश्वस्त करती हूं कि हमने आपकी तरह एक व्यक्ति विशेष को शराब का कार्य देने का काम नहीं किया है. बल्कि बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में उच्च गुणवत्ता युक्त THR वितरण इस प्रकार से करवाने की योजना बनाई है, जिससे राज्य के अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूह भी लाभान्वित हो सके. इसलिए दाज्यू अब आप बोलो मत, बस आराम ही सही रहेगा. लड़ाई लड़ने के लिए तो आपके पास आपकी पार्टी में ही कई तैयार हैं.
रेखा आर्य ने कहा कि संसदीय जीवन में आपके आगे मेरा अनुभव कम है. फिर भी मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि मुख्यमंत्री के लिए स्वयं का चेहरा घोषित करवाने के लिए शायद ही आज तक किसी राजनेता ने इतना संघर्ष किया हो. इतनी तड़पन मुख्यमंत्री पद पाने को हुई हो, इसलिए दाज्यू अब उम्र भी बहुत हो गई है. ऊपर वाले ने आपको कई पद दे भी दिए, अब लालसा समाप्त कर आराम करें. क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में आपके रहते हुए कांग्रेस भी पूर्ण समाप्ति की घोषणा कर देगी, तो हमें खुशी होगी.
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एक बात आपने कही है कि यह 2022 का चुनाव आपका आखिरी चुनाव होगा. लेकिन आपका 2022 का नहीं, 2017 का चुनाव ही आखिरी चुनाव था. जब जनता ने आपको पूर्ण रूप से आराम करने के लिए सेवानिवृत्त कर दिया था.
हरीश रावत ने कहा था: हरीश रावत ने सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखा था कि 'मुख्यमंत्री जी कल आपने तीलू रौतेली पुरस्कार बांटा और पुरस्कार की राशि बढ़ाने का ऐलान किया और महिला शक्ति के शान में कई कसीदे कहे और हम सबको बहुत अच्छा लगा. मगर दूसरी तरफ महिला सशक्तिकरण विभाग के तहत टेक होम राशन की जो स्कीम हमने प्रारंभ की थी, जिस स्कीम से अब तक लगभग 30-40 हजार महिलाएं जुड़ चुकी हैं और अपनी परिवार की आर्थिकी को सुधार रही हैं, उसमें सहयोग दे रही हैं. हमने यह भी कल्पना की थी कि इन महिलाओं को बहुत सारी दूसरी एक्टिविटीज भी देंगे, ताकि कोई महिला समूह ऐसा न रह जाए, जिसको किसी न किसी तरीके से वाणिज्यिक गतिविधियों से न जोड़ दिया जाए. लेकिन आपने एक बाहरी कंपनी को जो आपके किसी सहयोगी की बहुत चहेती कंपनी हो, हजारों महिलाओं के सपनों को लूट लिया, उनको बर्बाद कर दिया. मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि आपके भी खाने के दांत कुछ और दिखाने के दांत कुछ और होंगे.
क्या है THR योजना: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में 2014 में टेक होम राशन के नाम से एक योजना शुरू की गई थी. इस योजना को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से संचालित किया जाता है. टेक होम राशन योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों से नवजात शिशुओं, कन्या और अन्य कई योजनाओं के तहत पात्रों को राशन का वितरण किया जाता है. इस राशन की सप्लाई विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को माध्यम से कराई जाती है.
इस व्यवस्था के तहत स्वयं सहायता समूहों की जुड़ी महिलाएं राशन की खरीद बाजार से करती हैं और इसकी पैकिग के लिए बैग, लिफाफे आदि समूह में काम करने वाली महिलाएं खुद से तैयार कर लेती हैं, उन्हें इस काम के बदले विभाग से भुगतान कर दिया जाता है.