डोईवालाः पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर का उत्तराखंड सीनियर क्रिकेट टीम के कोच पद से इस्तीफा देने बाद एसोसिएशन में बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आज डोईवाला में प्रेसवार्ता करते हुए सचिव चंद्रकांत आर्य ने बताया कि बीसीसीआई द्वारा उत्तराखंड क्रिकेट को मान्यता गलत और नियमों के विरुद्ध जाकर राजनैतिक दबाव की वजह से दी गई और अब मान्यता मिलने के बाद यहां क्रिकेट के ऊपर राजनीति हावी हो गई है. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड क्रिकेट के कोच वसीम जाफर को हटाने के लिए एसोसिएशन ने कई हथकंडे अपनाए.
चंद्रकांत आर्य ने बताया कि उत्तराखंड क्रिकेट में जो लोग हैं, वह अपने निजी हितों के लिए प्रतिभाशाली खिलाड़ी को छोड़कर राजनीति की पहुंच रखने वाले खिलाड़ियों को ले रहे हैं. उससे उत्तराखंड के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रिकेट राजनीति की भेंट न चढ़े, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में भी अपील दाखिल की है.
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उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव चंद्रकांत आर्य ने उत्तराखंड क्रिकेट की बदहाली के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को जिम्मेदार ठहराया. वहींं, उन्होंने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड का काम करने का तरीका बीसीसीआई के नियमों के विरुद्ध है. सीएयू के सचिव महिमा वर्मा को बीसीसीआई के चुनाव लड़ने के लिए अवैध माना गया था और उन्होंने कहा कि सीनियर टीम के मुख्य कोच वसीम जाफर का इस्तीफा देना भी चर्चा का विषय बना हुआ है.