देहरादून: सीमित संसाधनों के बावजूद उत्तराखंड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम (Uttarakhand wheelchair cricket team) ने ओडिशा में कलिंगा ट्रॉफी (Kalinga Trophy) जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया है. उत्तराखंड की टीम ने यह ट्रॉफी दिल्ली जैसी मजबूत संसाधनों से सुसज्जित व्हीलचेयर क्रिकेट टीम को हराकर हासिल की है. उत्तराखंड की टीम ने ट्रॉफी जीतकर प्रदेश वासियों को नववर्ष का तोहफा भी दिया है. वहीं, सीएम धामी ने कैंप कार्यालय में खिलाड़ियों से मुलाकात की और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. इस दौरान यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
इस मौके पर सीएम धामी ने टीम को ओडिशा में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता जीतने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और सम्मानित किया. उन्होंने कहा दिव्यांग क्रिकेट टीम की सफलता से राज्य का मान तो बढ़ा ही, साथ ही इससे समाज में दिव्यांग जनों को प्रेरणा मिलेगी. मुख्यमंत्री ने दिव्यांगों को खेलों की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के प्रयासों की भी सराहना की.
बता दें कि ओडिशा में आयोजित 4 प्रांतों की व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता (wheelchair cricket tournament) में दिल्ली की टीम को हराकर कलिंगा उत्तराखंड की टीम ने ट्रॉफी जीता है. इस टूर्नामेंट में उत्तराखंड के अलावा दिल्ली, ओडिशा और केरल की टीम ने भाग लिया था. सबसे खास बात की उत्तराखंड की टीम ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा. फाइनल मैच दिल्ली और उत्तराखंड के बीच खेला गया.
दिल्ली की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 149 रन बनाए, जिसमें साहिल मंडल ने 35, तेजपाल यादव ने 37 रन बनाए. उत्तराखंड की ओर से गेंदबाजी करते हुए विकास लांबा और मनोज कुमार ने दो-दो विकेट लिए. क्रिकेट टूर्नामेंट में उत्तराखंड की टीम ने 15 ओवर में 2 विकेट खोकर 150 रनों का लक्ष्य हासिल किया. मनोज कुमार ने नाबाद 53 रन, आदिल ने 38 रन बनाकर टीम को जिताया.
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इस दौरान फाइनल मैच में मनोज कुमार मैच ऑफ द मैच (Manoj Kumar Match of the Match) रहे. अपने अनुभव साझा करते हुए व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान धन सिंह कोरंगा ने कहा इस मुकाबले को जीतना चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि सरकार की तरफ से उन्हें किसी भी प्रकार का प्रोत्साहन नहीं मिलता है. उन्होंने कहा उत्तराखंड की टीम के प्लेयर्स के पास प्रॉपर व्हीलचेयर का अभाव होने के बावजूद टीम ने ओडिशा में बेहतर प्रदर्शन करके उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि सरकार व्हीलचेयर क्रिकेट को सपोर्ट करने के अलावा उन्हें ट्रैवलिंग की समुचित सुविधा मुहैया कराए, ताकि टीम इससे भी अच्छा प्रदर्शन कर सके.
यूनाइटेड दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के उपाध्यक्ष विजय रमोला ने कहा हम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग करेंगे की दिव्यांग क्रिकेटरों को क्रिकेट खेलने के लिए व्हीलचेयर तत्काल प्रदान की जाए, ताकि खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन और वह देशभर में उत्तराखंड का नाम रोशन भी कर सके.
उनका कहना है कि जहां सरकार राज्य के लिए विशेष खेल नीति के तहत अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है तो वही सरकार को चाहिए कि राज्य सरकार दिव्यांग क्रिकेटरों को अन्य खिलाड़ियों की की भांति उन्हें भी सुविधाएं प्रदान करे. एसोसिएशन का कहना है कि उत्तराखंड के क्रिकेटरों के पास सिर्फ 5 ही व्हीलचेयर हैं. जबकि 15 व्हीलचेयर की जरूरत है. यह 5 व्हीलचेयर भी अच्छी गुणवत्ता की नहीं है, लेकिन इसके बावजूद दिव्यांग क्रिकेटरों की टीम ने ओडिशा जाकर क्रिकेट कप जीता और उत्तराखंड को नववर्ष का तोहफा दिया.