देहरादूनः उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जों की बात कोई नई नहीं है. लेकिन यह पहली मर्तबा है जब ऐसी खुर्दबुर्द हो चुकी जमीनों से कब्जे हटाने के लिए कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने बड़ा खुलासा करते हुए बोर्ड के कार्यालय से जमीनों के दस्तावेजों को गायब किए जाने की बात कही है. यही नहीं, कांग्रेस के दो नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने की तैयारी की जा रही है.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड (Uttarakhand Waqf Board) के चेयरमैन शादाब शम्स (Shadab Shams Chairman Uttarakhand Waqf Board) ने इस बार बोर्ड की जमीन को लेकर नया खुलासा किया है. शादाब शम्स ने कहा कि पूर्व की सरकारों में वक्फ बोर्ड की जमीनों से जुड़े दस्तावेजों को बोर्ड के कार्यालय से गायब करवाया गया है. उन्होंने कहा कि कई बड़े सफेदपोश नेताओं के नाम जमीनों पर कब्जे को लेकर सामने आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों ने न केवल इन जमीनों को खुर्दबुर्द किया. बल्कि, इससे जुड़े दस्तावेज भी वक्फ बोर्ड के कार्यालय से गायब करवा दिए. खास बात यह है कि उन्होंने उत्तराखंड कांग्रेस के दो नेताओं के नाम लेते हुए कहा कि उनके द्वारा भी बोर्ड की जमीनों पर कब्जे की बात सामने आई है और इसके लिए कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इतना ही नहीं, शादाब शम्स ने कहा कि कब्जा करने वाले नेताओं और दूसरे माफिया यदि खुद से जमीन खाली कर देते हैं तो ठीक रहेगा. वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले 1 महीने के भीतर ऐसे कब्जों पर बुलडोजर चलाने का काम किया जाएगा.
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जमीनों पर कब्जे को लेकर कांग्रेस नेताओं का नाम आते ही इस मामले पर सियासत तेज हो गई. बोर्ड के चेयरमैन ने कांग्रेसी नेताओं के नाम लिए तो कांग्रेस ने भी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो भी भूमाफिया है और जमीनों पर कब्जा कर रहा है. उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. लेकिन चेयरमैन को भाजपा के उन नेताओं के भी नाम सामने आने चाहिए जो कई बीघा जमीन कब्जा कर बैठे हैं. बता दें कि वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बोर्ड की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर कांग्रेस के पूर्व सांसद सैयद उल जमा के साथ कांग्रेसी नेता अकबर अहमद डंपी का नाम भी लिया है.