देहरादून: बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने एक बार फिर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले को उठाया है. एकता विहार स्थित धरना स्थल पर आंदोलनरत बॉबी पंवार और उनके साथियों ने बीते रोज हुई वन आरक्षी भर्ती परीक्षा पर भी सवाल खड़े किए हैं. इस दौरान बेरोजगार संघ ने लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिन्ह लगाए हैं. साथ ही आयोग के अध्यक्ष और सचिव के इस्तीफे की मांग की है.
बॉबी पंवार का कहना है कि 9 अप्रैल को आयोजित हुई वन आरक्षी परीक्षा का पेपर उसी दिन रात को हरिद्वार के एक गांव में अभ्यर्थियों को रटाए गए. सूत्रों द्वारा इसकी सूचना उन्हें सुबह मिली और जिन अभ्यर्थियों ने पेपर रटाया गया, उनके नाम भी बेरोजगार संघ के पास हैं. उन्होंने कहा कि जल्द एसटीएफ की टीम को उन अभ्यर्थियों के नाम दे रहे हैं, जिन्हें हरिद्वार स्थित एक गांव में परीक्षा से पहले पेपर रटा था. इसके साथ ही बेरोजगार संघ ने कहा कि पटवारी का पेपर भी इसी गांव में अभ्यर्थियों को रटाने की सूचना उन्हें मिली थी. जिसकी शिकायत एसआईटी से व्हाट्सएप के माध्यम से की गई थी, लेकिन एसआईटी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की.
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बॉबी पंवार का कहना है कि 30 जनवरी को जारी किए गए प्रेस नोट में आयोग ने साफ किया है कि जिन परीक्षाओं के नंबर अगले चरण की परीक्षा में नहीं जोड़े जाते, उनके नंबर और नाम आयोग की वेबसाइट में प्रकाशित किए जाएंगे. लेकिन उत्तराखंड पुलिस कांस्टेबल और पटवारी रिजल्ट में आयोग ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री नकल विरोधी कानून पर जगह-जगह यात्रा निकाल रहे हैं तो दूसरी और पेपर आज भी लीक हो रहे हैं. बेरोजगार संघ ने आरोप लगाया कि नकल विरोधी कानून आने के बावजूद भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता नहीं अपनाई जा रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बेरोजगार संघ ने नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफे की मांग उठाई है. इसके साथ ही बेरोजगार संघ ने एपीओ परीक्षा पर भी आयोग को जमकर घेरा.