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चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन और ट्रिप कार्ड बनाना हुआ आसान, परिवहन मंत्री ने किया शुभारंभ

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 की तैयारियां ऋषिकेश में लगभग पूरी हो चुकी है. सोमवार को सूबे के परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने ऋषिकेश के एआरटीओ कार्यालय में ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया का शुभारंभ किया. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.

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Published : Apr 3, 2023, 3:56 PM IST

Updated : Apr 15, 2023, 5:22 PM IST

ग्रीन और ट्रिप कार्ड बनाना हुआ आसान.

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. एआरटीओ कार्यालय में ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाने के दौरान यात्रियों को अब गर्मी में फजीहत नहीं झेलनी पड़ेगी. एआरटीओ कार्यालय में वातानुकूलित यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसका लोकार्पण उत्तराखंड के परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने किया. इसके अलावा ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया भी आज से शुरू हो गई है, जिसका शुभारंभ भी परिवहन मंत्री ने किया है.

सोमवार तीन अप्रैल को वातानुकूलित यात्री प्रतीक्षालय और ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया का शुभारंभ करने के लिए आरटीओ कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर परिवहन मंत्री चंदन रामदास पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए वातानुकूलित यात्री प्रतीक्षालय का लोकार्पण किया, जिसके बाद अपने हाथों से ड्राइवर को पहला ग्रीन कार्ड जारी कर ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया का भी शुभारंभ किया.
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मौके पर परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने कहा कि चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार कटिबद्ध है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. चारधाम यात्रा की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न रहे, इसके लिए अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. फिलहाल चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में तमाम व्यवस्थाओं को सरकार ने पूरा कर लिया है. ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण कर ऑनलाइन किया गया है, जिससे चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालकों को असुविधा का सामना ना करना पड़े.

यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार करें ड्राइवर-कंडक्टर: परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी ड्राइवर और कंडक्टर को यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार करने के लिए कहा है. परिवहन मंत्री का कहना है कि हमारे राज्य की बोली भाषा व्यवहार को दूसरे राज्यों में सराहा जाना चाहिए. इसके लिए ड्राइवर और कंडक्टरों को अपनी वाणी में सुधार लाने की जरूरत है. कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें केवल अपनी वाणी की वजह से ही राज्य की छवि धूमिल हुई है. हमारी मृदु भाषा ही चारधाम यात्रियों और पर्यटकों को उत्तराखंड की ओर आकर्षित करती है. हमारा राज्य तीर्थाटन पर ही रोजगार के लिए निर्भर है.
पढ़ें- प्रधानमंत्री मोदी से मिले सीएम पुष्कर धामी, जोशीमठ के लिए मांगा आर्थिक पैकेज

आरटीओ प्रवर्तन मोहित कोठारी ने बताया कि परिवहन विभाग चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी कर चुका है. बसों की व्यवस्था हो या ऑनलाइन ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड को जारी करना हो ये सारी व्यवस्थाएं पूरी की गई हैं. कार्यालय स्तर पर ट्रेनिंग देकर ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. आज से चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालक ग्रीन कार्ड बनाने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

ड्राइवर की लापरवाही से हुआ मसूरी हादसा: परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि मसूरी बस हादसे में ड्राइवर की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है. इसलिए अधिकारियों को संबंधित ड्राइवर के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. मंत्री ने बताया कि ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था और गुटका खा रहा था. उसका रैपर खिड़की से बाहर फेंकने के दौरान ड्राइवर ने बस से नियंत्रण खो दिया, जिस कारण बस दुर्घटना का शिकार हो गई. फिलहाल उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से उनका हाल जाना है. डॉक्टर को घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने के निर्देश भी दिए हैं. इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कई कड़े फैसले लिए जाने का निर्णय भी लिया है.
पढ़ें- मसूरी बस हादसे का क्या रहा कारण- ड्राइवर की लापरवाही, तेज म्यूजिक या गुटखा? 8 महीने में तीसरी बड़ी दुर्घटना

सरकार ने उठाए सख्त कदम: चारधाम पर आने वाले यात्रियों की जान को और ज्यादा सुरक्षित करने के लिए सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है. परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि यदि यात्रा के दौरान कोई सड़क हादसा होता है तो ऐसे में यात्रियों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहेगा. तत्काल सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल में भर्ती कर मरीजों की जान बचाई जाएगी. अधिकांश रूप से देखा गया है कि खर्च की वजह से इलाज में देरी होती है. मगर सरकार इस बार दुर्घटना में घायल मरीजों के इलाज पर आने वाला खर्च खुद उठाएगी.

ग्रीन और ट्रिप कार्ड बनाना हुआ आसान.

ऋषिकेश: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. एआरटीओ कार्यालय में ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाने के दौरान यात्रियों को अब गर्मी में फजीहत नहीं झेलनी पड़ेगी. एआरटीओ कार्यालय में वातानुकूलित यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसका लोकार्पण उत्तराखंड के परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने किया. इसके अलावा ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया भी आज से शुरू हो गई है, जिसका शुभारंभ भी परिवहन मंत्री ने किया है.

सोमवार तीन अप्रैल को वातानुकूलित यात्री प्रतीक्षालय और ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया का शुभारंभ करने के लिए आरटीओ कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर परिवहन मंत्री चंदन रामदास पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए वातानुकूलित यात्री प्रतीक्षालय का लोकार्पण किया, जिसके बाद अपने हाथों से ड्राइवर को पहला ग्रीन कार्ड जारी कर ग्रीन कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया का भी शुभारंभ किया.
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मौके पर परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने कहा कि चारधाम यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार कटिबद्ध है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. चारधाम यात्रा की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कमी न रहे, इसके लिए अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. फिलहाल चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में तमाम व्यवस्थाओं को सरकार ने पूरा कर लिया है. ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण कर ऑनलाइन किया गया है, जिससे चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालकों को असुविधा का सामना ना करना पड़े.

यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार करें ड्राइवर-कंडक्टर: परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी ड्राइवर और कंडक्टर को यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार करने के लिए कहा है. परिवहन मंत्री का कहना है कि हमारे राज्य की बोली भाषा व्यवहार को दूसरे राज्यों में सराहा जाना चाहिए. इसके लिए ड्राइवर और कंडक्टरों को अपनी वाणी में सुधार लाने की जरूरत है. कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें केवल अपनी वाणी की वजह से ही राज्य की छवि धूमिल हुई है. हमारी मृदु भाषा ही चारधाम यात्रियों और पर्यटकों को उत्तराखंड की ओर आकर्षित करती है. हमारा राज्य तीर्थाटन पर ही रोजगार के लिए निर्भर है.
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आरटीओ प्रवर्तन मोहित कोठारी ने बताया कि परिवहन विभाग चारधाम यात्रा की तैयारियां पूरी कर चुका है. बसों की व्यवस्था हो या ऑनलाइन ग्रीन कार्ड व ट्रिप कार्ड को जारी करना हो ये सारी व्यवस्थाएं पूरी की गई हैं. कार्यालय स्तर पर ट्रेनिंग देकर ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने वाले कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. आज से चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालक ग्रीन कार्ड बनाने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

ड्राइवर की लापरवाही से हुआ मसूरी हादसा: परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि मसूरी बस हादसे में ड्राइवर की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है. इसलिए अधिकारियों को संबंधित ड्राइवर के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. मंत्री ने बताया कि ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा था और गुटका खा रहा था. उसका रैपर खिड़की से बाहर फेंकने के दौरान ड्राइवर ने बस से नियंत्रण खो दिया, जिस कारण बस दुर्घटना का शिकार हो गई. फिलहाल उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से उनका हाल जाना है. डॉक्टर को घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने के निर्देश भी दिए हैं. इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कई कड़े फैसले लिए जाने का निर्णय भी लिया है.
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सरकार ने उठाए सख्त कदम: चारधाम पर आने वाले यात्रियों की जान को और ज्यादा सुरक्षित करने के लिए सरकार कड़े कदम उठाने जा रही है. परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने बताया कि यदि यात्रा के दौरान कोई सड़क हादसा होता है तो ऐसे में यात्रियों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल रहेगा. तत्काल सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल में भर्ती कर मरीजों की जान बचाई जाएगी. अधिकांश रूप से देखा गया है कि खर्च की वजह से इलाज में देरी होती है. मगर सरकार इस बार दुर्घटना में घायल मरीजों के इलाज पर आने वाला खर्च खुद उठाएगी.

Last Updated : Apr 15, 2023, 5:22 PM IST
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