देहरादून: उत्तराखंड परिवहन विभाग इन दिनों रोड सेफ्टी से जुड़े पुस्तकों को तैयार कर रहा है. जिन्हें प्रदेश के अधिकांश स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा तीन से 12वीं तक के बच्चों को बांटा जाएगा. उत्तराखंड राज्य में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन आयुक्त एक पहल करने जा रहे हैं. जिसके तहत रोड सेफ्टी से जुड़े नियमों की एक पुस्तक तैयार की जाएगी. जिसके जरिए छात्र-छात्राओं के साथ अध्यापकों को भी रोड सेफ्टी की जानकारियां दी जाएंगी.
उप परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि अभी फिलहाल उत्तराखंड परिवहन आयुक्त ने रोड सेफ्टी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूलों पर फोकस किया है. मुख्य रूप से दसवीं का बारहवीं के बच्चे जिनकी उम्र 18 साल से अधिक होती हैं. वह लाइसेंस लेकर गाड़ी चलाना शुरू कर देते है. ऐसे में सबसे अधिक जरूरी है कि दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों को जागरूक किया जाए.
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साथ ही उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट कमेटी ने यह निर्देश दिया था कि बच्चों के पाठ्यक्रम में ही सड़क सुरक्षा से संबंधित पाठक्रम को शामिल किया जाए. हालांकि इसके लिए शिक्षा विभाग से वार्ता की गई है, लेकिन राज्य में एनसीईआरटी की पुस्तकें संचालित हैं. ऐसे में केंद्र सरकार की अनुमति के बिना संभव नहीं है. जिस पर बातचीत चल रही है और जल्दी एनसीईआरटी की पुस्तकों में भी इसे सम्मिलित कर लिया जाएगा.
इसके साथ ही कक्षा 3 से कक्षा 12 तक के लिए सड़क सुरक्षा से संबंधित एक पुस्तक तैयार की गई है. जिसे प्रकाशित भी कर दिया गया है. प्रदेश करीब 24 हजार स्कूलों में इन पुस्तकों के भेजा जाएगा. इसके लिए बजट भी जारी किया जा चुका है. उत्तराखंड परिवहन आयुक्त का फोकस है कि सबसे पहले स्कूलों के शिक्षकों तक इन पुस्तकों को पहुंचाया जाए. ताकि बच्चों को रोड सेफ्टी से जुड़े पाठ पढ़ाने में आसानी हो. इससे अलग शिक्षा विभाग से शिक्षकों को ट्रेनिंग दिए जाने का भी अनुरोध किया है. जल्द ही शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी.