देहरादून: उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने एक जुलाई से चरणबद्ध तरीके से चारधाम यात्रा खोलने (Chardham Yatra Permission) का निर्णय लिया है. हालांकि फिलहाल 1 जुलाई से चारों धामों से संबंधित जिलों के लोगों ही यात्रा कर सकेंगे. वहीं, 11 जुलाई से सभी प्रदेश वासियों को चारधाम की यात्रा पर जाने की अनुमति होगी. ऐसे में आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जुझ रहे पर्यटन कारोबारियों (tourism businessmen) को राहत मिलने की उम्मीद जगी है.
ऐसे में उम्मीद है कि पिछले साल की तरह एक बार फिर चारधाम यात्रा के साथ ही प्रदेश में पर्यटन गतिविधियां (tourism activities) रफ्तार पकड़ेंगी. वहीं, वर्तमान समय में किसी भी पर्यटक को उत्तराखंड आने की छूट है. बशर्ते उन्हें आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट (RT-PCR Negative report ) लानी होगी. वैश्विक महामारी कोरोना (global pandemic corona) के मामले कम होने के बाद से ही प्रदेश में पर्यटकों का रुख तेजी से बढ़ने लगा है. वर्तमान समय में प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की तादाद बढ़ने लगी है. यही नहीं, होटलों को बुकिंग भी मिलनी शुरू हो गई है.
मसूरी और नैनीताल के होटल व्यापारियों (hotel merchants) ने बताया कि कोरोना संक्रमण (corona infection) की वजह से, उन्हें काफी आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन अब एक बार फिर से बुकिंग शुरू हो गई है. वीकेंड के लिए 40 से 50 फीसदी तक बुकिंग हो चुकी है और आगे भी लगातार बुकिंग जारी है.
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ऐसे में एक बार फिर से प्रदेश में पर्यटन गतिविधियां रफ्तार पकड़ने लगी है. इससे ना सिर्फ पर्यटन से जुड़े व्यापारियों को राहत मिलेगी, बल्कि दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को भी बेहतर सुविधाएं मिल पाएंगी. यही नहीं, अब राज्य सरकार ने कोरोना कर्फ्यू में छूट (Corona curfew relaxation) के दायरे को भी बढ़ा दिया है, जिससे पर्यटकों को काफी सहूलियत होने के साथ ही स्थानीय कारोबारियों को इसका सीधे तौर पर लाभ पहुंचेगा.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर (Tourism Secretary Dilip Jawalkar) ने बताया कि उत्तराखंड में पर्यटकों का स्वागत है. बशर्ते उन्हें आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लानी अनिवार्य है. वर्तमान में पर्यटक उत्तराखंड के खूबसूरत वादियों का लुफ्त उठा सकते हैं, लेकिन फिलहाल चारधाम की यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है. फिलहाल चारधाम की यात्रा स्थानीय स्तर पर 1 जुलाई से शुरू हो जाएगी. ऐसे में एक बार फिर से प्रदेश में पर्यटन गतिविधियां रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है. जिससे स्थानीय कारोबारियों को काफी राहत मिलेगी.