1- आपदा पीड़ितों से मिले बंशीधर भगत, अपना एक माह का वेतन देंगे
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने आपदाग्रस्त चमोली के तपोवन और रैणी गांव पहुंच कर पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें मदद का भरोसा दिया.
2- तपोवन में 24 घंटे चल रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन, NDRF को अंदर दिखी गाड़ियां
चमोली में आई जल प्रलय को बीते आज चौथा दिन है. आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है.
3- उत्तराखंड में एक बार फिर बड़े संकट का खतरा! हिमालय में दफन प्लूटोनियम पर चिंता बढ़ी
चमोली जिले के जोशीमठ में आई जल प्रलय से हर कोई स्तब्ध है. इस आपदा ने 2013 में आई केदारनाथ आपदा के जख्मों को हरा कर दिया है.
4- तपोवन टनल के अंदर का मंजर जानने में फेल हुई हैदराबाद की हाईटेक सेंसिंग डिवाइस
उत्तराखंड के चमोली में आई भीषण आपदा के बाद प्रभावित क्षेत्र तपोवन पावर प्रोजेक्ट टनल में अभी भी 30 से 35 लोग फंसे हैं. रेस्क्यू करने में संकटमोचक एसडीआरएफ सहित तमाम राहत दल युद्ध स्तर पर जुटे हैं.
5- चमोली आपदा पर भौतिक वैज्ञानिकों की नजर
चमोली के तपोवन में आई आपदा में जहां टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ देश के वैज्ञानिक भी इस पूरी घटना पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.
6- राजधानी में खुले 3 सरकारी स्मार्ट स्कूल, CM त्रिवेंद्र ने किया शुभारंभ
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एबीडी एरिया के अंतर्गत आने वाले 3 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल में तब्दील किया गया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इनका शुभारंभ किया.
7- हरक सिंह ने ली वन अधिकारियों की बैठक, रैणी के लिए होगी अलग कार्ययोजना
वन मंत्री हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में वन विभाग के अधिकारियों से तमाम मामलों पर चर्चा की गई. बैठक में प्रदेशभर से कंजरवेटर और उससे ऊपर के सभी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए.
8- CM पांच बार कर चुके घोषणा, फिर भी नहीं बन पाया धौला-डोडरा-क्वार सड़क मार्ग
धौला-डोडरा-क्वार सड़क मार्ग को अमलीजामा पहनाने की घोषणा सूबे के सीएम त्रिवेंद्र सिंह पांच बार कर चुके हैं. फिर भी आज तक इस मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है,
9- कैंपटी क्षेत्र में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, लोगों को बांटे गए कंबल
जिले के कैंपटी क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता रघुवीर सिंह रावत और समीर पंवार की ओर से नि:शुल्क परामर्श स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया.
10- आप की सरकार से मांग, उच्च हिमालय की जल विद्युत परियोजनाओं की हो समीक्षा
आम आदमी पार्टी ने सरकार से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में चल रही जल विद्युत परियोजनाओं की पुनः समीक्षा किए जाने की मांग उठाई है.