1- एम्स दिल्ली में चल रहा है CM त्रिवेंद्र का इलाज, 5 डॉक्टरों की टीम रख रही स्वास्थ्य पर नजर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सीएम रावत की हालत स्थिर है. दरअसल, सीएम रावत कुछ दिन पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. वह उत्तराखंड के सरकारी दून अस्पताल में भर्ती थे. सोमवार सुबह उनके फेफड़ों में हल्का संक्रमण निकला. इसके बाद उन्हें एम्स दिल्ली रेफर किया गया था. सोमवार दोपहर सीएम त्रिवेंद्र एम्स दिल्ली में एडमिट हुए थे. एम्स के डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं.
2- सीएम के दिल्ली एम्स में एडमिट होने के बाद हमलावर हुआ विपक्ष, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उन्हें दिल्ली रेफर किया गया है. वह दिल्ली एम्स में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं, लेकिन इसके बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री के बहाने प्रदेश के स्वास्थ्य व्यवस्था पर जोरदार हमला किया. विपक्षी दल कांग्रेस का सरकार पर सीधा हमला इसलिए भी है क्योंकि सीएम के पास ही स्वास्थ्य महकमा है.
3- कोरोना वैक्सीन की जल्दबाजी आपको बना सकती है ठगी का शिकार, पढ़ें पूरी खबर
चीन के वुहान से निकलकर लाखों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस से पूरी दुनिया खौफजदा है. देश दुनिया में कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां की जा रही है. उत्तराखंड में भी केंद्र सरकार की गाइडलाइन और निर्देशों के आधार पर वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर है. वहीं, लोग कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं, लेकिन यही जल्दी आपको ठगी का शिकार बना सकती है. देखिए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...
4- कॉलेजों में कम आ रहे छात्र, जाड़े की छुट्टियों के बाद सौ फीसदी उपस्थिति का प्लान
कोविड-19 महामारी और अनलॉक के बीच खोले गए उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों की उपस्थिति बेहद कम देखी जा रही है. इसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि शीतकालीन अवकाश के बाद शुरू होने वाले सत्र में छात्रों की उपस्थिति को सौ फीसदी कर दिया जाएगा.
5- ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत, वाहन स्वामी ने मृतक के परिजनों पर की फायरिंग
हल्दुआ में उप खनिज से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने एक बाइक सवार को रौंद दिया. घटना के बाद मृतक के परिजनों पर वाहन स्वामी व उसके परिवार द्वारा हवाई फायरिंग और मारपीट करने का आरोप लगा है. वहीं घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है.
6- जल जीवन मिशन को लेकर मॉनिटरिंग तेज, मुख्य सचिव ने किया निर्देशित
जल जीवन मिशन को लेकर शासन स्तर से जल्द लक्ष्य पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. खास तौर से प्रदेश के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल जलापूर्ति के लिए अधिकारियों को टारगेट दिए गए हैं.
7- देहरादून: लापरवाही के चलते चौकी इंचार्ज सहित 6 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
नए साल के चलते पुलिस-प्रशासन काफी सख्ती दिखा रहा है. जिसको लेकर पुलिस ने अपनी रात्रि गश्त और चेकिंग भी बढ़ा दी है.
8- AAP सांसद भगवंत मान दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर, केन्द्र सरकार पर साधा निशाना
प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है. जिसको लेकर आप के सभी वरिष्ठ नेताओं का उत्तराखंड दौरा जारी है. वहीं, आज पंजाब के संगरूर से सांसद भगवंत मान किसान न्याय यात्रा के तहत काशीपुर पहुंचे. जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. इसके बाद बाजपुर और रुद्रपुर के लिए रवाना हुए. साथ ही उन्होंने कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा.
9- अमित हत्याकांड: पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, उठ रहे सवाल
काठगोदाम थाना क्षेत्र के चांदमारी निवासी होटल कारोबारी अमित कुमार हत्याकांड के 5 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. हत्याकांड खुलासे के लिए पुलिस ने कई टीमें गठित की हैं. इसके अलावा पुलिस क्षेत्र की कई सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल नंबरों को भी खंगाल चुकी है. लेकिन पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. ऐसे में लोगों का कहना है कि अमित हत्याकांड भी अन्य हत्याकांड की तरह ठंडे बस्ते में न चला जाए.
10- वेतन भुगतान को लेकर परिवहन निगम ने जारी किया नया फरमान, इन कर्मचारियों को मिलेगी सैलरी
उत्तराखण्ड परिवहन निगम का हाल भी कोविड-19 के चलते बुरा हाल है. घाटे से उबरने की विभाग हर मुमकिन कोशश कर रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते वित्तीय आर्थिक स्थिति से जूझ रहा परिवहन निगम ने कर्मचारियों को वेतन देने को लेकर एक नया फरमान जारी किया है. जिसके तहत मुख्य रूप से विशेष श्रेणी और संविदा के उन्हीं चालक और परिचालकों को वेतन का भुगतान किया जाएगा,जो नवंबर महीने में कम से कम 15 दिन की ड्यूटी पर मौजूद रहे हों. यही नहीं जारी किए गए आदेश के अनुसार नवंबर महीने में 15 दिन से कम काम करने वाले कर्मचारियों को उन्हें अगस्त महीने में किए गए वास्तविक किलोमीटर के आधार पर ही वेतन का भुगतान किया जाएगा.