देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ टीम ने ऑपरेशन के तहत विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि सूचना पर राजपुर रोड मधुबन होटल के सामने स्थित 'केरी कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी' पर छापेमारी कर एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से 36 पासपोर्ट, 35 सेलेक्शन लेटर, 15 मेडिकल रिपोर्ट्स, 9 आधार कार्ड सहित अन्य फर्जी दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किये गए हैं.
आरोपियों के खिलाफ डालनवाला देहरादून में मुकदमा दर्ज किया गया है. रविवार को ही तीनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से इन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गौर हो कि एसटीएफ की प्राथमिक जांच में पता चला है कि ये कबूतरबाज लोगों को विदेश भेजने के नाम पर हजारों लोगों को ठग चुके हैं. यह गिरोह मुख्यतौर पर सिंगापुर की स्टैमफोर्ड कंपनी में नौकरी लगाने का फर्जी रैकेट चल रहा था. पुलिस के मुताबिक आरोपी रेफोर्ड इमीग्रेशन सर्विस (Rayford Immigration Services) एजेंसी चलाकर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश से काफी लोगों से लाखों रुपए ठगे हैं. ये लोग बाकायदा एजेंसी चलाकर युवाओं को नौकरी का फर्जी नियुक्तिपत्र भी देते थे.
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एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, उनको तीन युवकों ने अपने साथ हुई ठगी की सूचना दी थी. इसी आधार पर राजपुर रोड स्थित होटल मधुबन के सामने 'कैरी कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड' नाम की एजेंसी पर छापा मारा गया. पूछताछ की गई तो उनके पास एजेंसी के रजिस्ट्रेशन का कोई दस्तावेज नहीं मिला. आरोपियों के पास से सिंगापुर की स्टैंमफोर्ड कंपनी का फर्जी नियुक्तिपत्र व अन्य दस्तावेज बरामद हुए. एसटीएफ के अनुसार, इन लोगों ने अबतक उत्तराखंड और अन्य राज्यों के 500 से ज्यादा युवाओं को ठगा है. बाकी जांच की जा रही है.
चंडीगढ़ में भी खोली थी एजेंसी: देहरादून में ऑफिस खोलकर लोगों से ठगी करने वाले इस गैंग ने इससे पहले फरवरी 2021 में चंडीगढ़ सेक्टर 17 में रेफोर्ड इमीग्रेशन सर्विस नाम से एजेंसी खोली थी. वहां से भी लोगों को विदेश भेजने के नाम पर पैसा इकट्ठा कर ये लोग फरार हो गए. वहां उन्होंने हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के युवाओं से लाखों रुपये ठगे थे. फिर वहां एजेंसी बंद कर दी और भागकर देहरादून पहुंचे गए. देहरादून में इनको आए 40-45 दिन हुए थे.
कौन हैं आरोपी-
- राम शर्मा निवासी मंडी डबवाली, सिरसा हरियाणा.
- सीमा शुक्ला निवासी चमकौर साहिब, रोपड़ पंजाब.
- प्रदीप कुमार निवासी फूलटाउन, भटिंडा पंजाब. प्रदीप कुमार दिल्ली में भी कबूतरबाजी के एक मुकदमे में जेल जा चुका है.