देहरादूनः उत्तराखंड एसटीएफ ने एक वन तस्कर को हरिद्वार के कलियर इलाके से गिरफ्तार किया है. जबकि, दो तस्कर घने कोहरे का फायदा उठाकर फरार हो गए. मौके पर आरोपी के कब्जे से दो हाथी दांत बरामद हुआ है. जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 55 लाख रुपए आंकी गई है. बताया जा रहा है कि वन्यजीव तस्करी का यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था.
सौदेबाजी के लिए कलियर पहुंचा था तस्करः उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स के मुताबिक, मुखबिर से हरिद्वार में वन्यजीव अंग तस्करी की सूचना मिली थी. जिसमें बताया गया कि हरिद्वार के कलियर क्षेत्र में तीन तस्कर हाथी दांत का सौदा करने की फिराक में हैं. ऐसे में मुखबिर की सूचना के आधार पर स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने वन विभाग और कलियर थाना पुलिस के साथ धरपकड़ शुरू की.
वहीं, छापेमारी में एक तस्कर टीम के हत्थे चढ़ (Uttarakhand STF Arrested wildlife smuggler) गया. जिसके कब्जे से हाथी के दो दांत (वजन 760 ग्राम) बरामद हुआ. जबकि, दो तस्कर भागने में कामयाब हो गए. गिरफ्तार वन तस्कर का नाम लोकेश बजाज पुत्र सुरेंद्र कुमार (उम्र 45 वर्ष) है. जो आवास विकास कॉलोनी, थाना सदर, जिला शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. वहीं, रिजवान और नौशाद निवासी शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश फरार चल रहे हैं.
उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल (Uttarakhand STF SSP Ayush Aggarwal) ने बताया कि प्रदेश में इनामी अपराधियों के अलावा अन्य संगठित गिरोह के खिलाफ पुलिस की धरपकड़ जारी है. इसी कड़ी में वन्यजीव अंगों की तस्करी में शामिल गिरोह पर हरिद्वार पुलिस ने नजर हुई थी. इसी बीच देर रात पिरान कलियर इलाके में तीन वन्यजीव तस्करों की ओर से हाथी के दांत सौदेबाजी की सूचना (ivory Smuggling in Uttarakhand) मिली.
इसी जानकारी के आधार पर कलियर इलाके में घेराबंदी कर लोकेश बजाज को गिरफ्तार किया गया, लेकिन दो तस्कर पुलिस की गिरफ्त से बच गए. वहीं, फरार दोनों तस्करों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगातार उनके ठिकानों पर पर दबिश दे रही है. आरोपी तस्करों के खिलाफ थाना कलियर में वन्यजीव जंतु संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, गिरफ्तार आरोपी से बरामद हाथी दांतों के संबंध में पूछताछ की जा रही है.
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