देहरादूनः उत्तराखंड एसटीएफ की टीम ने बीमा पॉलिसी के नाम पर एक महिला से 68 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड शिवम त्यागी को गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ ने आरोपी को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दबोचा है. आरोपी शिवम त्यागी पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित था. इससे पहले एसटीएफ शिवम त्यागी की गिरफ्तारी के लिए उसके घर की कुर्की की कार्रवाई कर रही थी.
बता दें कि देहरादून साइबर पुलिस बीती 14 अगस्त 2021 को इस गिरोह के एक सदस्य आदित्य त्यागी को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार जेल भेज चुकी है. अभी एसटीएफ व साइबर पुलिस की गिरफ्त में आए शिवम त्यागी गैंग ने देहरादून के रायपुर निवासी एक महिला को बीमा पॉलिसी का अधिकारी बताया था. शिवम ने साल 2014 से 2021 तक बंद पड़ी बीमा पॉलिसी को चालू कराकर 7 साल तक प्रीमियम की रकम वसूली. साथ ही बीमा की मूल धनराशि को ऑनलाइन ट्रेडिंग शेयर मार्केट में लगाने के नाम पर 68 लाख की साइबर धोखाधड़ी की थी.
आरोपी पर यूपी में कई मुकदमे दर्जः उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी का नाम शिवम त्यागी पुत्र निरंकार त्यागी है. वो ग्राम और पोस्ट नावला, थाना मंसूरपुर, जिला मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है. एसटीएफ की मानें तो शिवम त्यागी (Criminal Shivam Tyagi) वर्तमान में गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी रिश्तेदारी में अलग-अलग स्थानों पर अपना नाम बदल-बदल कर रह रहा था.
इसी बीच एसटीएफ को सूचना मिली कि आरोपी हताश होकर अपने घर परिवार से मिलने आने वाला है. इसी सूचना के आधार पर साइबर पुलिस की टीम ने मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर ग्राम नावला में पैनी नजर रखी और मेन बाजार से शिवम त्यागी को गिरफ्तार (Uttarakhand STF arrested wanted criminal) किया. एसटीएफ के मुताबिक, शिवम त्यागी एक शातिर किस्म का अपराधी है. जिसके खिलाफ गाजियाबाद में भी कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं.
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल (STF SSP Ayush Aggarwal) के मुताबिक, बीमा कंपनी का अधिकारी और एजेंट बनकर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दोनों ही आरोपी सलाखों के पीछे हैं. साइबर ठगी करने वाले लोगों से बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है. वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए अपराध के नए-नए तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं.
साइबर ठग कई ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनियों की फर्जी वेबसाइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से संपर्क करते हैं. ऑनलाइन ट्रेडिंग में धनराशि लगाने और दोगुना लाभ कमाने का लालच देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं. उत्तराखंड साइबर पुलिस (Uttarakhand Cyber Police) लगातार इस तरह के गिरोह के खिलाफ धरपकड़ का अभियान जारी रखे हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः हमला कर मोबाइल और नकदी लूटने वालों को पुलिस ने दबोचा, तीनों लंबे समय थे फरार