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उत्तराखंड STF ने बिहार से दो साइबर ठगों को दबोचा, पिछले साल की थी 25 लाख की ठगी

उत्तराखंड एसटीएफ ने बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 25 लाख की ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को बिहार के शेखपुरा जनपद से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर उत्तराखंड लेकर आ रही है.

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देहरादून
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Published : Feb 11, 2022, 2:20 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ और देहरादून साइबर क्राइम पुलिस ने बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 25 लाख की ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को बिहार के शेखपुरा जनपद से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के कब्जे से कई मोबाइल फोन, 7 फर्जी सिम कार्ड, 32 हजार की नकदी और जाली दस्तावेज बरामद किए हैं. उत्तराखंड एसटीएफ दोनों आरोपियों को बिहार से ट्रांजिट रिमांड पर उत्तराखंड लेकर आ रही है. उत्तराखंड एसटीएफ पिछले एक महीने में गुजरात और बिहार से 4 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार कर चुकी है.

देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के मुताबिक 26 अक्टूबर, 2021 को चमोली निवासी मदन सिंह फर्स्वाण ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने शिकायत में बताया कि गूगल से मिले बजाज कंपनी के कस्टमर के नंबर पर उन्होंने फोन किया. दूसरी तरफ से फोन पर खुद को बजाज कस्टमर केयर का अधिकारी बताकर सस्ती ब्याज दरों पर लोन दिलाने का आश्वासन दिया.

कम ब्याज दर पर लोन के लालच में शिकायतकर्ता को अज्ञात कस्टमर केयर अधिकारी ने प्रोसेसिंग फीस, ईएमआई शुल्क समेत अन्य तरह के चार्ज अदा करने की एवज में अलग-अलग बैंक खातों में 25 लाख रुपए ऑनलाइन जमा करा लिए. देहरादून साइबर क्राइम पुलिस ने प्रारंभिक जांच पड़ताल में धोखाधड़ी के साक्ष्य सामने आने के बाद धारा 420, 120बी IPC व 66(डी) आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी.

अपराध का तरीका: उत्तराखंड एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने नाम नबीन कुमार महतो पुत्र विश्नुदेव महतो और मंटू कुमार पुत्र स्वर्गीय कांता प्रसाद बताए हैं, जो बिहार के शेखपुरा जिले के पांची गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि कि पहले विभिन्न कम्पनियों/बैंक आदि के फर्जी कस्टमर केयर नंबर को गूगल प्लेटफार्म पर प्रसारित करते हैं. ताकि आम जनता को झांसे में लिया जाए. बाद में बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी बनकर समस्या के समाधान में एक लिंक और एप भेजकर डाउनलोड कराकर कराते हैं. इसके बाद लोगों को बैंक/एटीएम डिटेल प्राप्त कर ठगी का शिकार बनाया जाता है.

पढ़ें- ज्यादा पैसों के लालच में रामपुर का दर्जी बना तस्कर, 26 लाख की स्मैक के साथ गिरफ्तार

आप भी रहें सतर्क: ऐसे तमाम बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने किसी भी साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है. जिस पर अपनी शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं. यही नहीं फेसबुक के माध्यम से भी https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/ संपर्क कर सकते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ और देहरादून साइबर क्राइम पुलिस ने बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बनकर 25 लाख की ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को बिहार के शेखपुरा जनपद से गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के कब्जे से कई मोबाइल फोन, 7 फर्जी सिम कार्ड, 32 हजार की नकदी और जाली दस्तावेज बरामद किए हैं. उत्तराखंड एसटीएफ दोनों आरोपियों को बिहार से ट्रांजिट रिमांड पर उत्तराखंड लेकर आ रही है. उत्तराखंड एसटीएफ पिछले एक महीने में गुजरात और बिहार से 4 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार कर चुकी है.

देहरादून साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के मुताबिक 26 अक्टूबर, 2021 को चमोली निवासी मदन सिंह फर्स्वाण ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने शिकायत में बताया कि गूगल से मिले बजाज कंपनी के कस्टमर के नंबर पर उन्होंने फोन किया. दूसरी तरफ से फोन पर खुद को बजाज कस्टमर केयर का अधिकारी बताकर सस्ती ब्याज दरों पर लोन दिलाने का आश्वासन दिया.

कम ब्याज दर पर लोन के लालच में शिकायतकर्ता को अज्ञात कस्टमर केयर अधिकारी ने प्रोसेसिंग फीस, ईएमआई शुल्क समेत अन्य तरह के चार्ज अदा करने की एवज में अलग-अलग बैंक खातों में 25 लाख रुपए ऑनलाइन जमा करा लिए. देहरादून साइबर क्राइम पुलिस ने प्रारंभिक जांच पड़ताल में धोखाधड़ी के साक्ष्य सामने आने के बाद धारा 420, 120बी IPC व 66(डी) आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी.

अपराध का तरीका: उत्तराखंड एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने नाम नबीन कुमार महतो पुत्र विश्नुदेव महतो और मंटू कुमार पुत्र स्वर्गीय कांता प्रसाद बताए हैं, जो बिहार के शेखपुरा जिले के पांची गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि कि पहले विभिन्न कम्पनियों/बैंक आदि के फर्जी कस्टमर केयर नंबर को गूगल प्लेटफार्म पर प्रसारित करते हैं. ताकि आम जनता को झांसे में लिया जाए. बाद में बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी बनकर समस्या के समाधान में एक लिंक और एप भेजकर डाउनलोड कराकर कराते हैं. इसके बाद लोगों को बैंक/एटीएम डिटेल प्राप्त कर ठगी का शिकार बनाया जाता है.

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आप भी रहें सतर्क: ऐसे तमाम बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने किसी भी साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है. जिस पर अपनी शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं. यही नहीं फेसबुक के माध्यम से भी https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/ संपर्क कर सकते हैं.

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