देहरादून: अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के दूसरे मास्टरमाइंड को उत्तराखंड एसटीएफ ने चमोली के जंगलों से गिरफ्तार किया है. आरोपी बीते कुछ दिनों से चमोली के जंगलों छिपकर बैठ हुआ था. आरोपी का नाम दिलीप धुपाल है. इससे पहले उत्तराखंड एसटीएफ इसी गिरोह के एक मास्टमाइंड अर्जुन सिंह को भी गिरफ्तार कर चुकी है.
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ये गिरोह अमेरिका समेत अन्य देशों के नागरिकों को फर्जी कॉल सेंटर से कंप्यूटर सर्विस देने के नाम पर साइबर ठगी किया करते थे. इसी तरह ये गिरोह कई विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बना चुका है और उनसे लाखों रुपए की ठगी कर चुके है. इनका फर्जी कॉल सेंटर देहरादून के सहस्त्रधारा आईटी पार्क में चल रहा था. जिसका उत्तराखंड एसटीएफ ने कुछ दिनों पहले ही पर्दाफाश किया था.
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उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरोह के एक मास्टमाइंड अर्जुन सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन दूसरा मास्टरमाइंड दिलीप धुपाल एसटीएफ की गिरफ्त से बाहर था. जिसकी तलाश में एसटीएफ जुटी हुई थी. इसी बीच सटीक सूचना के आधार पर एसटीएफ ने दिलीप को भी चमोली जिले से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से उत्तराखंड एसटीएफ को एक लग्जरी कार, लैपटॉप और कई मोबाइल फोन समेत कुछ दस्तावेज बरामद हुए है. आरोपी अपनी लग्जरी कार ऋषिकेश में छुपाकर बस से चमोली गया था.
एसटीएफ ने बीते सात अप्रैल की रात सहस्त्रधारा रोड स्थित आईटी पार्क में एडी डेवलपर्स एंड बिल्डर्स नाम से संचालित होने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों का पर्दाफाश किया था. इस दौरान एसटीएफ ने अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया था. अमेरिका समेत अन्य देश के नागरिकों को चूना लगाने वाले ने दिलीप ने बीकॉम की पढ़ाई की है. दिलीप काफी समय से अर्जुन के साथ जुड़ा हुआ है. दिलीप मूल रूप से चमोली के कर्णप्रयाग का रहने वाला है, जो वर्तमान में देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में रहता है.