देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टॉस्ट फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तराखंड एसटीएफ ने हत्या और डकैती जैसे संगीन मामलों में 20 साल फरार चल रहे कुख्यात इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया (Uttarakhand STF arrested accused) है. इसके साथ ही इनामी नशा तस्कर भी उत्तराखंड एसटीएफ के हाथ आया है.
लखनऊ में नाम बदलकर रहा रहा था: 20 सालों से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा बदमाश आखिरकार उत्तराखंड एसटीएफ के हाथों चढ़ ही गया. आरोपी को उत्तराखंड एसटीएफ ने लखनऊ से गिरफ्तार किया (STF arrested accused from Lucknow) है. आरोप पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था. आरोपी का नाम परवेज है, जो लखनऊ में आसिफ के नाम से रह रहा (accused in Roorkee robbery case) था.
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2002 में व्यापारी के घर डाली थी डकैती: आरोपी के खिलाफ हरिद्वार जिले के रुड़की की गंगनहर कोतवाली में 2002 में मुकदमा दर्ज हुआ था. आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर रुड़की के पूर्वी अम्बर तालाब में व्यापार के यहां डकैती डाली थी. आरोपियों ने इस दौरान व्यापारी को बंधक भी बनाया था. तभी से आरोपी फरार चल रहा था. इस मामले में हरिद्वार पुलिस ने राशिद पहलवान उर्फ पठान, जमील उर्फ छोटा, नदीम उर्फ संजय, आमीर उर्फ नैना और तनवीर उर्फ गुड्डू उर्फ हैदर उर्फ हकला को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आरोपी परवेज तब से लगातार फरार चल रहा था.
2003 में हुई थी कुर्की: उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक 2003 में आरोपी परवेज के घर की कुर्की भी हुई थी. बीते 20 सालों पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. परवेज के पिता सदन की पूर्व में हत्या हुई थी. पति की हत्या बदला लेने के लिए परवेज़ ने कई लोगों की हत्या कर चुका है. साल 2006 में परवेज़ का साथी नदीन यूपी के मुरादाबाद में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था.
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15 हजार इनामी तस्कर भी पकड़ा गया: एसटीएफ की कुमाऊं टीम ने भी सितारगंज पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में उधमसिंह नगर के नानकमत्ता थाना क्षेत्र में रनसाली जंगल से 15 हजार के इनामी नशा तस्कर कुलदीप सिंह पुत्र मुख्तयार सिंह को गिरफ्तार किया. अभियुक्त के कब्जे से पुलिस ने 315 बोर का देसी पिस्टल, कारतूस और 6 ग्राम से अधिक स्मैक और मोटरसाइकिल बरामद की है.