देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ ने 25 हजार के इनामी ठग को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है. आरोपी पिछले पांच सालों से फरार चल रहा था. जिसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी, लेकिन वो हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था. हालांकि इस बार वो इसमें कामयाब नहीं हो पाया और उत्तराखंड एसटीएफ ने उसे चंडीगढ़ से धर दबोचा.
पकड़े गए आरोपी का नाम अमर सिंह है, जो मूल रूप से हरिद्वार जिले के कुंजा बहादुरपुर गांव का रहने वाला है. अमर सिंह गांव का प्रधान भी रहा चुका है. अमर सिंह पर आरोप है कि वो सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए ठगी कर चुका है. उत्तराखंड एसटीएफ ने अमर सिंह को चंडीगढ़ के होटल गोल्डन जन्नत में दबिश देकर गिरफ्तार किया है.
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उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि पुलिस के बचने के लिए अमर सिंह लगातार अपना नाम और पहचान बदलकर अलग-अलग शहरों में रहा था. इसीलिए वो पुलिस के हाथ नहीं आ पा रहा था. अमर सिंह पुलिस को चकमा देने के लिए लंबे समय से चंडीगढ़ में नाम बदलकर रह रहा था. इसके साथ ही वो राजस्थान में ओशो आश्रम में ध्यान लगाने के लिए जाया करता था, ताकि उस पर किसी को शक न हो.
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि अमर सिंह कुंजा बहादुरपुर गांव का प्रधान भी रह चुका है. अपने प्रधानी के कार्यकाल में अमर सिंह ने कई लोगों को झांसे में लिया और उन्हें सरकारी नौकरी का सपना दिया. सरकारी नौकरी लगवाने के बदले अमर सिंह ने उन लोगों से मोटी रकम ली. हालांकि बाद में न तो लोगों की नौकरी लगी और न ही वो उनका पैसा वापस किया.
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एसटीएफ के मुताबिक अमर सिंह की इस करतूत से उसका अपने पूरे परिवार से संपर्क भी खत्म हो गया. अमर सिंह के खिलाफ साल 2018 में कोतवाली रूड़की में धोखधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था, तभी वे फरार चल रहा था. बता दें कि बीते 15 दिनों में एसटीएफ 7 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.