देहरादून: वेतन समेत अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड रोडवेज के कर्मचारियों ने 13 जनवरी से पूरे प्रदेश में बसों के चक्का जाम करने की घोषणा की है. रोडवेज कर्मचारियों की इस हड़ताल का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा. उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन अपनी मांगों के लेकर कई बार प्रबंधन से बात कर चुका हैं, लेकिन जब उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो उन्होंने हड़ताल पर जाने के निर्णय लिया हैं.
बता दें कि अपनी इन्ही मांगों के लेकर देहरादून मंडल के सभी सात डिपो बीते दो दिन से हड़ताल पर है, लेकिन जब सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानीं तो उन्होंने 13 जनवरी से प्रदेशभर में हड़ताल करने का निर्णय लिया है. कर्मचारियों की इस चेतवानी के बाद 13 जनवरी से प्रदेश में उत्तराखंड रोडवेज की कोई भी बस नहीं चलेगी.
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कोरोना और लॉकडाउन के कारण पहले से ही उत्तराखंड रोडवेज की हालात खस्ता हो चुकी है. जैसे-कैसे अब उत्तराखंड रोडवेज की आमदनी शुरू हुई तो कर्मचारियों ने प्रदेश भर में हड़ताल की चेतावनी दे दी. जिससे प्रबंधन और सरकार दोनों की चिंता बढ़ा गई है. फिलहाल, कोरोना की वजह से प्रदेश में उत्तराखंड रोडवेज की 1300 बसें संचालित हो रही है.
उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि सात सूत्री मांगों को लेकर पहले ही प्रबंधन को पत्र दिया जा चुका है. हालांकि उस दौरान मांगे न मानने पर 19 जनवरी को आंदोलन की चेतावनी दी थी. लेकिन फिर पदाधिकारियों ने इस बात पर निर्णय लिया कि 19 नहीं बल्कि 13 जनवरी से प्रदेश के सभी डिपो में हड़ताल शुरू कर दी जाएगी.
साथ ही अशोक चौधरी ने बताया कि उनकी जो भी मांगे हैं उन मांगों को निगम के एमडी या फिर शासन स्तर पर ही सुलझाया जा सकता है. लिहाजा, उनसे ही बात की जाएगी.