ETV Bharat / state

कोरोना रिकवरी रेटः देश में दूसरे नंबर पर उत्तराखंड, नैनीताल में बनेगा 500 बेड का कोविड केयर सेंटर - dehradun news

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि होम क्वारंटाइन किए गये लोगों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए. इसके लिए मुख्य विकास अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया जाए.

trivendra singh rawat
trivendra singh rawat
author img

By

Published : Jul 11, 2020, 5:09 PM IST

Updated : Jul 11, 2020, 6:08 PM IST

देहरादूनः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम तथा बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड सैंपल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है. जल्द ही कुछ और ट्रू-नेट मशीन राज्य को मिलने वाली हैं, जिससे सैंपलिंग में और तेजी आयेगी. उन्होंने जिलाधिकारी नैनीताल को निर्देश दिये कि एसडीआरएफ के सहयोग से नैनीताल में 500 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जाए. अभी उत्तराखंड रिकवरी रेट में देश में लद्दाख के बाद दूसरे नंबर पर है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिला स्तर पर कोरोना संक्रमण को लेकर मौजूदा स्थितियों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि चार मैदानी जनपदों देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं नैनीताल में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है. इन जनपदों में सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए. अभी प्रदेश में 558 कोविड के सक्रिय मामलों में से 473 इन चार जनपदों में हैं. शेष 09 जनपदों में 85 एक्टिव केस हैं.

कोरोना रिकवरी रेट में उत्तराखंड दूसरे नंबर पर.

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि होम क्वारंटाइन किए गये लोगों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए. इसके लिए मुख्य विकास अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया जाए. होम क्वारंटाइन एवं पर्यटन स्थलों पर सतत निगरानी के लिए पीआरडी, होमगार्ड एवं अन्य लोगों की ड्यूटी लगाई जाए. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कारवाई की जाए. साथ ही हाई रिस्क मामलों एवं आरोग्य सेतु एप पर भी नियमित निगरानी रखी जाए. सीएम ने यह भी कही कि सर्विलांस सिस्टम को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सब्जी मण्डियों एवं पर्यटक स्थलों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं कोविड-19 के अन्य मानकों का पूरा अनुपालन किया जाए. मानकों का अनुपालन न करने वालों पर कारवाई की जाए. कन्टेंटमेंट जोन माइक्रो लेबल पर बनाये जाएं, ताकि उनकी निगरानी भी सही तरीके से हो एवं लोगों को अनावश्यक परेशानियां न हो.

पढ़ें- रुड़की में बढ़ रहे आत्महत्या के मामले, एसपी देहात ने दिया ये सुझाव


उन्होंने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण हेतु जिन जनपदों की सीमाएं अन्य प्रदेशों के जनपदों की सीमाओं से लगी हैं, सतर्कता के दृष्टिगत उस जनपद के प्रशासन से समन्वय रखा जाए. मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये की मॉनसून के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रखी जाएं. रिस्पांस सिस्टम कम से कम किया जाए. डेंगू से बचाव हेतु सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं.


मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि सर्विलांस सिंस्टम को प्राथमिकता पर रखा जाय. सभी जिलों में सैंपल टेस्टिंग टारगेटेड हो. हमें कोरोना से बचाव के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना होगा. प्रधानमंत्री के जान और जहान दोनों कांसेप्ट पर काम करना होगा. कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाय. राज्य में स्थिति नियंत्रण में है, आगे भी हमारे प्रयास इसी तरह के होने चाहिए. बैठक में बताया गया कि काशीपुर में अधिक एक्टिव केस के दृष्टिगत लॉकडाउन किया गया है.

देहरादूनः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम तथा बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड सैंपल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है. जल्द ही कुछ और ट्रू-नेट मशीन राज्य को मिलने वाली हैं, जिससे सैंपलिंग में और तेजी आयेगी. उन्होंने जिलाधिकारी नैनीताल को निर्देश दिये कि एसडीआरएफ के सहयोग से नैनीताल में 500 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जाए. अभी उत्तराखंड रिकवरी रेट में देश में लद्दाख के बाद दूसरे नंबर पर है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिला स्तर पर कोरोना संक्रमण को लेकर मौजूदा स्थितियों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि चार मैदानी जनपदों देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं नैनीताल में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है. इन जनपदों में सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए. अभी प्रदेश में 558 कोविड के सक्रिय मामलों में से 473 इन चार जनपदों में हैं. शेष 09 जनपदों में 85 एक्टिव केस हैं.

कोरोना रिकवरी रेट में उत्तराखंड दूसरे नंबर पर.

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि होम क्वारंटाइन किए गये लोगों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए. इसके लिए मुख्य विकास अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया जाए. होम क्वारंटाइन एवं पर्यटन स्थलों पर सतत निगरानी के लिए पीआरडी, होमगार्ड एवं अन्य लोगों की ड्यूटी लगाई जाए. नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कारवाई की जाए. साथ ही हाई रिस्क मामलों एवं आरोग्य सेतु एप पर भी नियमित निगरानी रखी जाए. सीएम ने यह भी कही कि सर्विलांस सिस्टम को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सब्जी मण्डियों एवं पर्यटक स्थलों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं कोविड-19 के अन्य मानकों का पूरा अनुपालन किया जाए. मानकों का अनुपालन न करने वालों पर कारवाई की जाए. कन्टेंटमेंट जोन माइक्रो लेबल पर बनाये जाएं, ताकि उनकी निगरानी भी सही तरीके से हो एवं लोगों को अनावश्यक परेशानियां न हो.

पढ़ें- रुड़की में बढ़ रहे आत्महत्या के मामले, एसपी देहात ने दिया ये सुझाव


उन्होंने कहा कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण हेतु जिन जनपदों की सीमाएं अन्य प्रदेशों के जनपदों की सीमाओं से लगी हैं, सतर्कता के दृष्टिगत उस जनपद के प्रशासन से समन्वय रखा जाए. मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये की मॉनसून के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रखी जाएं. रिस्पांस सिस्टम कम से कम किया जाए. डेंगू से बचाव हेतु सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं.


मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि सर्विलांस सिंस्टम को प्राथमिकता पर रखा जाय. सभी जिलों में सैंपल टेस्टिंग टारगेटेड हो. हमें कोरोना से बचाव के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना होगा. प्रधानमंत्री के जान और जहान दोनों कांसेप्ट पर काम करना होगा. कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाय. राज्य में स्थिति नियंत्रण में है, आगे भी हमारे प्रयास इसी तरह के होने चाहिए. बैठक में बताया गया कि काशीपुर में अधिक एक्टिव केस के दृष्टिगत लॉकडाउन किया गया है.

Last Updated : Jul 11, 2020, 6:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.