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Union Budget 2023: रोजगार के मौके और महंगाई...जानें देहरादून के लोगों की बजट से उम्मीदें

एक फरवरी यानी कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी. ऐसे में कल आ रहे यूनियन बजट को लेकर उत्तराखंड की जनता की क्या उम्मीदें हैं और अलग-अलग सेक्टर के लोग इस बजट से किस तरह की आस लगाए बैठे हैं? इसे लेकर ईटीवी भारत ने जनता की राय जानी. जानिए जनता ने क्या-क्या कहा?

Union Budget 2023
निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी
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Published : Jan 31, 2023, 9:19 PM IST

Updated : Feb 1, 2023, 6:17 AM IST

आम बजट पर देहरादून की जनता की राय.

देहरादूनः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. लिहाजा, हमने इस बार बजट को लेकर जनता की क्या उम्मीदें हैं यह जानने की कोशिश की. जिसमें नौकरी पेशा से लेकर व्यापारियों और महिलाओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली. खासकर महंगाई को लेकर जनता ने अपनी राय रखी.

ईटीवी भारत की टीम ने जब देहरादून की जनता की उम्मीदें और राय जानी तो ज्यादातर लोग महंगाई से परेशान नजर आए. आम बजट से पहले लोगों में कोई खास उम्मीद नजर नहीं आई. व्यापारी वर्ग, गृहणियां, नौकरी पेशा समेत सभी सेक्टर के लोगों में बजट को लेकर कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला. सभी की जुबान पर महंगाई ही था.

सरकार ला सकती है लोकलुभावन बजटः देहरादून के व्यापारी एलएन मित्तल का कहना था कि आने वाले बजट से उन्हें इसलिए उम्मीद है, क्योंकि आने वाला साल चुनावी है. लिहाजा, उन्हें उम्मीद है कि सरकार लोकलुभावन कुछ अच्छा बजट जनता के हित में ला सकती है. जहां तक एक व्यापारी के तौर पर उनका कहना है तो व्यापारियों को इस वक्त काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार की कई ऐसी पॉलिसी हैं, जिनमें बदलाव की जरूरत है.

बजट में रोजगार पर हो फोकसः एक निजी समाज सेवी संस्था को चलाने वाले राजेंद्र का कहना है कि उन्हें सरकार से किसी भी तरह की कोई खास उम्मीद नहीं है, हालांकि वो चाहते हैं कि सरकार महंगाई पर किसी तरह से काबू करें. साथ ही जिस तरह की संस्था वो चला रहे हैं, उन संस्थाओं पर सरकार को फोकस करना चाहिए. ताकि इस तरह की समाजसेवी संस्थाओं के जरिए समाज में सुधार किए जा सके. एक युवा के तौर पर उनका कहना है कि सरकार को रोजगार पर फोकस रखते हुए अपना बजट पेश करना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः UNION BUDGET 2014-2022: नए बजट के पहले जानिए मोदी सरकार के पुराने बजट की कहानी

कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी पर फोकस करे सरकारः वहीं, शिक्षा विभाग में काम करने वाले कर्मचारी राम प्रकाश शर्मा का कहना है कि सरकार को सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी पर सोचने की जरूरत है. लंबे समय से सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी को लेकर के केंद्र और राज्य सरकार स्तर पर मांगें लंबित है. इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों के टैक्स स्लैब को बढ़ाने को लेकर भी सरकारी कर्मचारियों की ओर से उम्मीद की जा रही है.

महंगाई पर गृहणियों की रायः देहरादून के रहने वाले मल्होत्रा दंपति का कहना है कि पिछले कुछ सालों में महंगाई आसमान छू रही है. ममता मल्होत्रा का कहना है कि गृहणी के तौर पर उनके पास आने वाला मासिक बजट लगातार सीमित होता जा रहा है, लेकिन बाजार में महंगाई बढ़ती जा रही है.

उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई मायनों में अपने जीवन शैली को सीमित किया है और खर्चों पर रोक लगाई है. वहीं, उनके व्यवसायी पति का कहना है कि व्यवसाय में भी उतना मुनाफा नहीं हो पा रहा है. लोगों को खर्च करने की कैपेसिटी लगातार कम हो रही है और मार्केट में दाम लगातार बढ़ रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः PM Modi on Budget 2023: पीएम मोदी बोले, विपक्ष से तकरार के साथ तकरीर भी होगी

आम बजट पर देहरादून की जनता की राय.

देहरादूनः केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज यानी एक फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. लिहाजा, हमने इस बार बजट को लेकर जनता की क्या उम्मीदें हैं यह जानने की कोशिश की. जिसमें नौकरी पेशा से लेकर व्यापारियों और महिलाओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली. खासकर महंगाई को लेकर जनता ने अपनी राय रखी.

ईटीवी भारत की टीम ने जब देहरादून की जनता की उम्मीदें और राय जानी तो ज्यादातर लोग महंगाई से परेशान नजर आए. आम बजट से पहले लोगों में कोई खास उम्मीद नजर नहीं आई. व्यापारी वर्ग, गृहणियां, नौकरी पेशा समेत सभी सेक्टर के लोगों में बजट को लेकर कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला. सभी की जुबान पर महंगाई ही था.

सरकार ला सकती है लोकलुभावन बजटः देहरादून के व्यापारी एलएन मित्तल का कहना था कि आने वाले बजट से उन्हें इसलिए उम्मीद है, क्योंकि आने वाला साल चुनावी है. लिहाजा, उन्हें उम्मीद है कि सरकार लोकलुभावन कुछ अच्छा बजट जनता के हित में ला सकती है. जहां तक एक व्यापारी के तौर पर उनका कहना है तो व्यापारियों को इस वक्त काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार की कई ऐसी पॉलिसी हैं, जिनमें बदलाव की जरूरत है.

बजट में रोजगार पर हो फोकसः एक निजी समाज सेवी संस्था को चलाने वाले राजेंद्र का कहना है कि उन्हें सरकार से किसी भी तरह की कोई खास उम्मीद नहीं है, हालांकि वो चाहते हैं कि सरकार महंगाई पर किसी तरह से काबू करें. साथ ही जिस तरह की संस्था वो चला रहे हैं, उन संस्थाओं पर सरकार को फोकस करना चाहिए. ताकि इस तरह की समाजसेवी संस्थाओं के जरिए समाज में सुधार किए जा सके. एक युवा के तौर पर उनका कहना है कि सरकार को रोजगार पर फोकस रखते हुए अपना बजट पेश करना चाहिए.
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कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी पर फोकस करे सरकारः वहीं, शिक्षा विभाग में काम करने वाले कर्मचारी राम प्रकाश शर्मा का कहना है कि सरकार को सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी पर सोचने की जरूरत है. लंबे समय से सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और ग्रेच्युटी को लेकर के केंद्र और राज्य सरकार स्तर पर मांगें लंबित है. इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों के टैक्स स्लैब को बढ़ाने को लेकर भी सरकारी कर्मचारियों की ओर से उम्मीद की जा रही है.

महंगाई पर गृहणियों की रायः देहरादून के रहने वाले मल्होत्रा दंपति का कहना है कि पिछले कुछ सालों में महंगाई आसमान छू रही है. ममता मल्होत्रा का कहना है कि गृहणी के तौर पर उनके पास आने वाला मासिक बजट लगातार सीमित होता जा रहा है, लेकिन बाजार में महंगाई बढ़ती जा रही है.

उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई मायनों में अपने जीवन शैली को सीमित किया है और खर्चों पर रोक लगाई है. वहीं, उनके व्यवसायी पति का कहना है कि व्यवसाय में भी उतना मुनाफा नहीं हो पा रहा है. लोगों को खर्च करने की कैपेसिटी लगातार कम हो रही है और मार्केट में दाम लगातार बढ़ रहे हैं.
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Last Updated : Feb 1, 2023, 6:17 AM IST
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