देहरादून: उत्तराखंड पुलिस के जवानों को शहरी क्षेत्रों में जल्द ही भारी भरकम राइफल जैसे बड़े हथियार से छुटकारा मिलने वाला है. उत्तराखंड पुलिस जल्द ही शॉर्ट वेपन खरीदने जा रही है. पुलिस आधुनिकरण के तहत केंद्र सरकार से मिलने वाले बजट में से साढ़े पांच करोड़ रुपए आगामी वित्तिय वर्ष में शॉर्ट वेपन खरीदने पर खर्च किए जाएंगे.
पढ़ें- देहरादून पुलिस को मिली नई गश्ती मोटर साइकिल, अब 'रफ्तार' के साथ अपराधियों पर कसेगा शिकंजा
उत्तराखंड पुलिस में जवानों के कंधों पर अभीतक पुरानी थ्री नॉट थ्री और एसएलआर राइफल जैसे बड़े हथियार ही थे. इस बड़े हथियारों के साथ पुलिस कर्मियों को भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसी जगहों पर इन बड़े हथियारों का इस्तेमाल आमजनमानस के लिए भी कभी खतरनाक साबित हो जाता है. जिसका फायदा अक्सर अपराधियों को मिल जाता है. हालांकि उत्तराखंड पुलिस अभी तक आठ हजार से ज्यादा थ्री नॉट थ्री राइफल को विदा कर चुका है. वहीं अब उसकी जगह आधुनिक हथियार इंसास (Indian Small Arms System) रायफल को लाने की तैयारी भी चल रही है. उत्तराखंड पुलिस में शामिल होने वाली "इंसास" राइफल को भारतीय ऑडनेंस फैक्ट्री से खरीदा जाए या फिर सेना की किसी यूनिट से इसको लेकर विचार चल रहा है. जिस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय को निर्णय लेना है. लेकिन शार्ट वेपन की खरीदारी को लेकर पूरा खाका तैयार हो चुका है.
जानकारी के मुताबिक, 2021-22 के वित्तिय वर्ष की शुरुआत में शार्ट वेपन को खरीदने की प्रकिया शुरू कर दी जाएगी. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सभी सिटी पेट्रोल यूनिट (सीटीयू) और चीता पुलिस को छोटे-छोटे हथियार उपलब्ध कराए जाएंगे. आगामी वित्तिय वर्ष में एक हजार पिस्टल और रिवाल्वर जैसे शॉट वेपन खरीदने की प्रकिया पूरी कर ली जाएगी. वहीं दूसरी ओर थ्री नोट थ्री रायफल जिसे पुलिस फोर्स पूरी तरह से हटाने की कवायद हो चुकी है. उस राइफल के बदले भारतीय सेना में इस्तेमाल होने वाली इंसास और एसएलआर राइफल को थ्री नोट थ्री की जगह को रिप्लेस किया जायेगा.