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साइबर ठगी से निपटने के लिए तैयार होंगे 100 साइबर वॉरियर, ऐसे होगी इनकी ट्रेनिंग

जिस तरह साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं, उसी तरह उत्तराखंड पुलिस भी इनसे निपटने के लिए तैयार होती जा रही है. अब उत्तराखंड में 100 साइबर वॉरियर तैयार होंगे. कैसे तैयार होंगे ये साइबर वॉरियर और क्या करेंगे पढ़िए हमारी इस खबर में.

Uttarakhand police
उत्तराखंड पुलिस समाचार
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Published : Jun 13, 2023, 1:43 PM IST

Updated : Jun 13, 2023, 2:52 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. लोग शातिर साइबर ठगों के शिकार हो रहे हैं. आए दिन साइबर ठगी के मामले सामने आने के बाद प्रदेश के थानों में मुकदमे भी दर्ज हो रहे हैं. साइबर पुलिस साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. वहीं मौजूदा समय में बहुत से ऐसे एप हैं जिनसे लोगों की मानसिक स्थिति पर तक नियंत्रण किया जा रहा है.

साइबर वॉरियर होंगे तैयार: उत्तराखंड पुलिस अब साइबर क्राइम से निपटने के लिए 100 साइबर वॉरियर तैयार कर रही है. इनको स्पेशल ट्रेनिंग के साथ हर समय अपडेट देने के भी दावे पुलिस कर रही है. यह 100 साइबर वॉरियर पुलिस के वो जवान होंगे, जिनको साइबर क्राइम की दुनिया से निपटने के लिए हर प्रकार से तैयार किया जाएगा. साथ ही इनको साइबर की दुनिया की हर प्रकार की ट्रेनिंग दी जायेगी.

100 साइबर वॉरियर बनाएगी उत्तराखंड पुलिस: उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बने नए सिपाहियों में से 100 को साइबर वॉरियर के तौर पर तैयार किया जाएगा. इसके लिए पहली बार ट्रेनिंग में कंप्यूटर को शामिल किया जा रहा है. ट्रेनिंग के दौरान उनके कई स्तर पर टेस्ट लिए जाएंगे. इन टेस्ट में पास होने के बाद ही उन्हें साइबर वॉरियर की उपाधि दी जाएगी. इन सभी को साइबर क्राइम से लड़ने के लिए विभिन्न थानों और साइबर सेल में तैनात किया जाएगा.
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ऐसे बनेंगे साइबर वॉरियर: बता दें कि इस बार 7 साल के बाद पुलिस भर्ती हुई. 1425 युवा पुलिस का हिस्सा बने हैं. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इन सिपाहियों में से 100 सिपाहियों को साइबर वॉरियर के तौर पर चुना जाएगा. इसके लिए सबसे पहले बेसिक कंप्यूटर की जानकारी का टेस्ट लिया जाएगा. इसके बाद साइबर और उससे जुड़ी बारीकियों को परखने के बाद अन्य एडवांस की ट्रेनिंग देकर दोबारा से टेस्ट लिया जायेगा. इन सभी टेस्ट के बाद ही इनको साइबर वॉरियर के तौर पर नियुक्त किया जायेगा.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बनेगी साइबर साइंस फॉरेंसिक लैब, क्राइम के साथ क्रिमिनल्स पर कसेगा शिकंजा

डार्क नेट बना बड़ी चुनौती: साइबर अपराध प्रदेश के लिए ही नहीं देश के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है. साइबर अपराधी केवल फाइनेंशियल डैमेज ही नहीं कर रहे, बल्कि इसके जरिये धर्म परिवर्तन के लिए भी युवाओं को उकसाने में लगे हैं. देहरादून के वैभव बिजल्वान इसका ताजा उदाहारण है. जिसको साइबर एक्सपर्ट अब डार्क वेब से जोड़कर देख रहे हैं. डार्क वेब आज के दिन अपराधियों के लिए एक आसान तरीका है, जहां से कई प्रकार की गैर कानूनी एक्टिविटी होती हैं.

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साइबर वॉरियर होंगे तैयार: उत्तराखंड पुलिस अब साइबर क्राइम से निपटने के लिए 100 साइबर वॉरियर तैयार कर रही है. इनको स्पेशल ट्रेनिंग के साथ हर समय अपडेट देने के भी दावे पुलिस कर रही है. यह 100 साइबर वॉरियर पुलिस के वो जवान होंगे, जिनको साइबर क्राइम की दुनिया से निपटने के लिए हर प्रकार से तैयार किया जाएगा. साथ ही इनको साइबर की दुनिया की हर प्रकार की ट्रेनिंग दी जायेगी.

100 साइबर वॉरियर बनाएगी उत्तराखंड पुलिस: उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा बने नए सिपाहियों में से 100 को साइबर वॉरियर के तौर पर तैयार किया जाएगा. इसके लिए पहली बार ट्रेनिंग में कंप्यूटर को शामिल किया जा रहा है. ट्रेनिंग के दौरान उनके कई स्तर पर टेस्ट लिए जाएंगे. इन टेस्ट में पास होने के बाद ही उन्हें साइबर वॉरियर की उपाधि दी जाएगी. इन सभी को साइबर क्राइम से लड़ने के लिए विभिन्न थानों और साइबर सेल में तैनात किया जाएगा.
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डार्क नेट बना बड़ी चुनौती: साइबर अपराध प्रदेश के लिए ही नहीं देश के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है. साइबर अपराधी केवल फाइनेंशियल डैमेज ही नहीं कर रहे, बल्कि इसके जरिये धर्म परिवर्तन के लिए भी युवाओं को उकसाने में लगे हैं. देहरादून के वैभव बिजल्वान इसका ताजा उदाहारण है. जिसको साइबर एक्सपर्ट अब डार्क वेब से जोड़कर देख रहे हैं. डार्क वेब आज के दिन अपराधियों के लिए एक आसान तरीका है, जहां से कई प्रकार की गैर कानूनी एक्टिविटी होती हैं.

Last Updated : Jun 13, 2023, 2:52 PM IST
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