देहरादून: हैदराबाद की घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कुछ बड़े कदम उठाने जा रही है. उत्तराखंड पुलिस अब बड़े स्तर पर एक अभियान चलाने जा रही है. जिसके तहत व्यवसायिक वाहनों के चालक और परिचालकों का सत्यापन किया जाएगा. ताकि किसी भी घटना के समय तत्काल आरोपियों की पहचान हो सके.
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ट्रैफिक निदेशालय ने बताया कि उत्तराखंड में रोज बाहरी प्रदेशों से बड़ी संख्या में व्यवसायिक वाहन आते हैं, जो प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाते हैं, लेकिन पुलिस के पास इनका कोई डाटा नहीं होता है. ऐसे में इन वाहनों के ड्राइवर बड़ी आसानी से किसी भी वारदात को अंजाम देकर फरार हो सकते है. प्रदेश में पहले ही इस तरह की वारदातें सामने आ चुकी है. इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस अब व्यवसायिक वाहनों के चालक और परिचालकों का सत्यापन करने जा रही है. इसके लिए ट्रैफिक निदेशालय से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को लिखित में निर्देश भेजे गए है.
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इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने बताया कि हैदराबाद में ट्रक ड्राइवरों ने ही पहले महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी. उत्तराखंड में इस तरह की घटना न हो इसीलिए व्यवसायिक वाहनों के चालक और परिचालक का सत्यापन किया जा रहा है. सत्यापन के दौरान ड्राइवरों और परिचालकों की क्रिमिनल हिस्ट्री का भी पता किया जाएगा. जिसके बाद उनपर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.