देहरादून: उत्तराखंड में पिछले 20 दिनों में ऐसे कई फैसले हुए जो पुलिसकर्मियों की हौसला अफजाई और प्रोत्साहन के रूप में बड़ी कोशिश कहे जा रहे हैं. इसी में से एक पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का प्लान भी है. खास बात यह है कि अब इस पर ट्रायल भी शुरू किया जा रहा है, ताकि साप्ताहिक अवकाश दिए जाने से इसका कानून व्यवस्था और पुलिस के दूसरे कामों पर क्या असर पड़ेगा इसको देखा जा सके.
स्मार्ट पुलिस का सपना देखने वाले पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शासन के अधिकारियों के साथ मिलकर जिन मामलों पर सैद्धांतिक मंजूरी बनाई है उसे धीरे-धीरे अमलीजामा भी पहनाया जा रहा है. सबसे पहले पुलिस कर्मियों के ट्रांसफर पॉलिसी के आदेश जारी किए गए और अब पुलिस को साप्ताहिक अवकाश देने के लिए ट्रायल शुरू किया जा रहा है. इस कड़ी में पुलिस मुख्यालय के तय कार्यक्रम के अनुसार राज्य के नौ पहाड़ी जिलों में पुलिस कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की शुरुआत की जाएगी. इसके तहत कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल को सप्ताह में एक दिन साप्ताहिक अवकाश देने का रोटेशन तैयार किया गया है.
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उत्तराखंड में महाकुंभ की भी तैयारियां चल रही है और प्रदेश के कई पुलिसकर्मी महाकुंभ की ड्यूटी पर भी लगाए गए हैं. ऐसे में फिलहाल साप्ताहिक अवकाश ट्रायल के रूप में पहाड़ी जिलों में शुरू किया जा रहा है. इसके सफल होने पर मैदानी जिलों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी. हालांकि, महाकुंभ के चलते पुलिस पर बेहद ज्यादा दबाव है. बावजूद इसके पुलिस मुख्यालय साप्ताहिक अवकाश जैसे कदम को उठाने का साहस कर रहा है.
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार कहते हैं कि 9 जिलों में किया जा रहा यह ट्रायल सफल हो, इसके प्रयास किए जा रहे हैं. अति आवश्यक होने पर ही पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश के दिन बुलाया जाएगा. इमरजेंसी न हुई तो पुलिसकर्मियों को सप्ताह में एक दिन अवकाश दिया जाएगा.