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उत्तराखंड पुलिस रैंकर परीक्षा परिणाम अधर में लटका, जानिए क्या है कारण - Uttarakhand Police Department

प्रदेश में पुलिस विभाग का रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम लंबे से समय से अटका हुआ है. इसकी वजह से परीक्षार्थी परिणाम की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं.

उत्तराखंड पुलिस रैंकर परीक्षा परिणाम
उत्तराखंड पुलिस रैंकर परीक्षा परिणाम
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Published : Jul 30, 2021, 7:30 PM IST

Updated : Aug 5, 2021, 12:29 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग का रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम लंबे समय से अधर में लटका हुआ है, लेकिन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अब तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम घोषित करने में क्या बाधा सामने आ रही है.

रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम में हो रही देरी की मुख्य दो वजह सामने आ रही हैं. पहली वजह पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित चार कमेटियों में से एक कमेटी है, जिसमें कमेटी द्वारा हेड-कांस्टेबल पदों पर मिलने वाले विभागीय सेवा ACR ( एनुअल करैक्टर रिपोर्ट) अंक जुड़ने की रिपोर्ट का सत्यापन कर उसे अब तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा नहीं गया है.

जबकि परिणाम लंबित होने की दूसरी वजह आयोग की तरफ से सामने आयी है. आयोग ने पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी है कि अगर कोई परीक्षार्थी हेड-कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर दोनों पदों के लिए उत्तीर्ण होता है, तो उसे कौन सा पद दिया जाएगा.

आयोग ने इस विषय पर पुलिस नियमावली की जानकारी भी मांगी है. ताकि उसमें इस विषय के निस्तारण को लेकर कोई जिक्र किया गया हो. हालांकि, जानकारी अनुसार पुलिस नियमावली में इस तरह के विषय पर कोई अलग से प्रावधान नहीं रखा गया है.

ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: ऊर्जा निगमों के MD पद से जल्द हटेंगे IAS दीपक रावत

ऐसे में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम दो अलग-अलग कारणों से अधर में लटका हुआ है. उधर दूसरी तरफ रैंकर परीक्षा के जरिये प्रमोशन पाने का सपना संजोये परीक्षार्थी परिणाम की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं.

बता दें कि वर्ष 2015-16 के बाद 2021 में रैंकर्स प्रमोशन की लिखित परीक्षा 21 फरवरी को आयोजित की गई थी. इसमें कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से सब-इंस्पेक्टर पदों के प्रमोशन के लिए लगभग 10,500 पुलिस परीक्षार्थियों ने भाग लिया. परीक्षा के बाद मार्च माह में इस रैंकर परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन घोषित किया गया. इसमें मेरिट के आधार पर 1350 परीक्षार्थियों ने हेड-कांस्टेबल पद के लिए बाजी मारी. जबकि 650 परीक्षार्थी दरोगा पद के लिए उत्तीर्ण हुए.

लिखित परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हरिद्वार में कराया गया. इसके बाद पुलिस मुख्यालय स्तर पर चार कमेटियां गठित की गईं. इन कमेटियों द्वारा रैंकर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले पुलिसकर्मियों का वार्षिक मंतव्य ACR का अवलोकन और सत्यापन कर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जाना था.

जानकारी के अनुसार 3 कमेटियों ने विभागीय अंकों वाली रिपोर्ट आयोग को भेज दी है, लेकिन हेड-कांस्टेबल में उत्तीर्ण होने वाले पुलिस कर्मियों की ACR वाली रिपोर्ट एक कमेटी द्वारा अब तक आयोग को नहीं भेजी गई है.

पुलिस रैंकर्स प्रमोशन रिक्त पदों की स्थिति इस प्रकार है. 394 हेड कॉन्स्टेबल पद (सिविल पुलिस), 61 दरोगा पद (सिविल पुलिस), 77 प्लाटून कमांडर के पद (सब इंस्पेक्टर) PAC, 250 हेड-कॉन्स्टेबल पद (PAC), 215 हेड कांस्टेबल पद (सशस्त्र पुलिस) हैं.

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग का रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम लंबे समय से अधर में लटका हुआ है, लेकिन अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अब तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम घोषित करने में क्या बाधा सामने आ रही है.

रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम में हो रही देरी की मुख्य दो वजह सामने आ रही हैं. पहली वजह पुलिस मुख्यालय स्तर पर गठित चार कमेटियों में से एक कमेटी है, जिसमें कमेटी द्वारा हेड-कांस्टेबल पदों पर मिलने वाले विभागीय सेवा ACR ( एनुअल करैक्टर रिपोर्ट) अंक जुड़ने की रिपोर्ट का सत्यापन कर उसे अब तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा नहीं गया है.

जबकि परिणाम लंबित होने की दूसरी वजह आयोग की तरफ से सामने आयी है. आयोग ने पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी है कि अगर कोई परीक्षार्थी हेड-कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर दोनों पदों के लिए उत्तीर्ण होता है, तो उसे कौन सा पद दिया जाएगा.

आयोग ने इस विषय पर पुलिस नियमावली की जानकारी भी मांगी है. ताकि उसमें इस विषय के निस्तारण को लेकर कोई जिक्र किया गया हो. हालांकि, जानकारी अनुसार पुलिस नियमावली में इस तरह के विषय पर कोई अलग से प्रावधान नहीं रखा गया है.

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ऐसे में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से रैंकर प्रमोशन परीक्षा परिणाम दो अलग-अलग कारणों से अधर में लटका हुआ है. उधर दूसरी तरफ रैंकर परीक्षा के जरिये प्रमोशन पाने का सपना संजोये परीक्षार्थी परिणाम की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं.

बता दें कि वर्ष 2015-16 के बाद 2021 में रैंकर्स प्रमोशन की लिखित परीक्षा 21 फरवरी को आयोजित की गई थी. इसमें कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल से सब-इंस्पेक्टर पदों के प्रमोशन के लिए लगभग 10,500 पुलिस परीक्षार्थियों ने भाग लिया. परीक्षा के बाद मार्च माह में इस रैंकर परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन घोषित किया गया. इसमें मेरिट के आधार पर 1350 परीक्षार्थियों ने हेड-कांस्टेबल पद के लिए बाजी मारी. जबकि 650 परीक्षार्थी दरोगा पद के लिए उत्तीर्ण हुए.

लिखित परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हरिद्वार में कराया गया. इसके बाद पुलिस मुख्यालय स्तर पर चार कमेटियां गठित की गईं. इन कमेटियों द्वारा रैंकर परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले पुलिसकर्मियों का वार्षिक मंतव्य ACR का अवलोकन और सत्यापन कर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा जाना था.

जानकारी के अनुसार 3 कमेटियों ने विभागीय अंकों वाली रिपोर्ट आयोग को भेज दी है, लेकिन हेड-कांस्टेबल में उत्तीर्ण होने वाले पुलिस कर्मियों की ACR वाली रिपोर्ट एक कमेटी द्वारा अब तक आयोग को नहीं भेजी गई है.

पुलिस रैंकर्स प्रमोशन रिक्त पदों की स्थिति इस प्रकार है. 394 हेड कॉन्स्टेबल पद (सिविल पुलिस), 61 दरोगा पद (सिविल पुलिस), 77 प्लाटून कमांडर के पद (सब इंस्पेक्टर) PAC, 250 हेड-कॉन्स्टेबल पद (PAC), 215 हेड कांस्टेबल पद (सशस्त्र पुलिस) हैं.

Last Updated : Aug 5, 2021, 12:29 PM IST
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