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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट, कोविड बूस्टर डोज लगाकर अभियान किया शुरू

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Published : Jan 11, 2022, 6:07 PM IST

Updated : Jan 11, 2022, 7:54 PM IST

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट मोड पर है. कोविड के बीच चुनाव संपन्न कराना चुनौती बन सकता है. लिहाजा, कोविड बूस्टर डोज लगाई जा रही है. खुद डीजीपी अशोक कुमार ने कोविड बूस्टर डोज लगवाई.

dgp ashok kumar got covid booster dose
डीजीपी अशोक कुमार ने कोविड बूस्टर डोज लगवाई

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है. ऐसे में चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्क तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस महकमे ने कमर कस ली है, लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने कोविड के तेजी से फैलते संक्रमण के चलते चुनौतियां भी बढ़ गई है. ऐसे में फ्रंटलाइन में तैनात पुलिसकर्मियों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसी कड़ी में डीजीपी अशोक कुमार ने भी खुद कोविड बूस्टर डोज लगाकर अभियान को शुरू किया.

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स की 25 कंपनियों की टुकड़ियां उत्तराखंड पहुंच चुकी है. जबकि, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर किसी तरह की अराजकता, सांप्रदायिक और वोट बैंक के लिए गुमराह करने वाले पोस्ट पर भी नजर रखी जा रही है.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट.

ये भी पढ़ेंः रुड़की सिविल अस्पताल ICU सुविधा से हुआ लैस, स्टाफ की कमी पड़ सकती है भारी

पुलिस विभाग ने अलग से जिलेवार इंटेलिजेंस सेल के साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को अपग्रेड कर मुस्तैदी से निगरानी के लिए रखा है. डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने आदि की शिकायत सामने आने पर उसके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. ताकि शांति और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराई जा सके.

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक, चुनाव के दरमियान अराजकता, सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले और क्रिमिनल बैकग्राउंड से जुड़े लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी. चुनाव से पहले हथियार बंदूक, पिस्टल जैसे लाइसेंसी असलहा धारकों समेत आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर वारंट, तामील कराने और उन्हें शांति व्यवस्था के लिए थाने स्तर पाबंद करने जैसे कानूनी कार्रवाई भी तेजी से सुनिश्चित की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः पौड़ी जिले में बूस्टर डोज लगाने का कार्य शुरू, डीएम ने टीकाकरण में तेजी लाने के दिये निर्देश

डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य के सभी जिलों में प्रभारियों को कड़े दिशा निर्देश देकर कानून व्यवस्था की सुदृढ तैयारी की जा रही है. जिलेवार सुरक्षा नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस सुरक्षा बलों की अलग-अलग स्थानों में तैनाती सुनिश्चित की जा रही है. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील चुनाव इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल और फ्लैग मार्च निकाल कर जनता को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव का संदेश दिया जा रहा है.

फ्रंटलाइन पुलिसकर्मियों को कोविड बूस्टर डोजः डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, कोविड-19 की लहर जिस तरह से तेजी से फैल रही है, ऐसे में चुनाव ड्यूटी को कराना एक अलग से चुनौती बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद महामारी में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मियों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है. जिसका अभियान मंगलवार से शुरू कर दिया गया है.

ये भी पढ़ेंः रुद्रपुर में पुलिस प्रशासन ने निकाला फ्लैग मार्च, जनता से की ये अपील

11 दिन में 33 हजार लोगों का चालानः अगले 3 से 4 दिनों में प्रदेश में बूस्टर डोज के अभियान को पूरा कर लिया जाएगा. डीजीपी के अनुसार कोविड संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव को लेकर सार्वजनिक स्थानों में मास्क व सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा रहा है. साथ ही नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 1 जनवरी 2022 से 11 जनवरी तक 33 से ज्यादा लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जा चुकी है.

देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो गया है. ऐसे में चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्क तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस महकमे ने कमर कस ली है, लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने कोविड के तेजी से फैलते संक्रमण के चलते चुनौतियां भी बढ़ गई है. ऐसे में फ्रंटलाइन में तैनात पुलिसकर्मियों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसी कड़ी में डीजीपी अशोक कुमार ने भी खुद कोविड बूस्टर डोज लगाकर अभियान को शुरू किया.

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स की 25 कंपनियों की टुकड़ियां उत्तराखंड पहुंच चुकी है. जबकि, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर किसी तरह की अराजकता, सांप्रदायिक और वोट बैंक के लिए गुमराह करने वाले पोस्ट पर भी नजर रखी जा रही है.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट.

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पुलिस विभाग ने अलग से जिलेवार इंटेलिजेंस सेल के साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को अपग्रेड कर मुस्तैदी से निगरानी के लिए रखा है. डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने आदि की शिकायत सामने आने पर उसके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. ताकि शांति और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराई जा सके.

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के मुताबिक, चुनाव के दरमियान अराजकता, सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले और क्रिमिनल बैकग्राउंड से जुड़े लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी. चुनाव से पहले हथियार बंदूक, पिस्टल जैसे लाइसेंसी असलहा धारकों समेत आपराधिक पृष्ठभूमि से जुड़े लोगों पर गुंडा एक्ट, गैंगस्टर वारंट, तामील कराने और उन्हें शांति व्यवस्था के लिए थाने स्तर पाबंद करने जैसे कानूनी कार्रवाई भी तेजी से सुनिश्चित की जा रही है.

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डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य के सभी जिलों में प्रभारियों को कड़े दिशा निर्देश देकर कानून व्यवस्था की सुदृढ तैयारी की जा रही है. जिलेवार सुरक्षा नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही पर्याप्त संख्या में पुलिस सुरक्षा बलों की अलग-अलग स्थानों में तैनाती सुनिश्चित की जा रही है. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील चुनाव इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल और फ्लैग मार्च निकाल कर जनता को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव का संदेश दिया जा रहा है.

फ्रंटलाइन पुलिसकर्मियों को कोविड बूस्टर डोजः डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक, कोविड-19 की लहर जिस तरह से तेजी से फैल रही है, ऐसे में चुनाव ड्यूटी को कराना एक अलग से चुनौती बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद महामारी में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मियों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है. जिसका अभियान मंगलवार से शुरू कर दिया गया है.

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11 दिन में 33 हजार लोगों का चालानः अगले 3 से 4 दिनों में प्रदेश में बूस्टर डोज के अभियान को पूरा कर लिया जाएगा. डीजीपी के अनुसार कोविड संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव को लेकर सार्वजनिक स्थानों में मास्क व सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा रहा है. साथ ही नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 1 जनवरी 2022 से 11 जनवरी तक 33 से ज्यादा लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जा चुकी है.

Last Updated : Jan 11, 2022, 7:54 PM IST
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